मऊगंज : राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ की जिला इकाई ने सोमवार को अपनी विभिन्न समस्याओं और मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा.जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह और संरक्षक दीनानाथ मिश्र के नेतृत्व में 20 से अधिक किसान कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी आवाज बुलंद की.
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करने की मांग
किसानों ने केंद्र सरकार से मांग की कि स्वामीनाथन आयोग की सी-2+50 प्रतिशत वाली सिफारिश को तत्काल लागू किया जाए, ताकि किसानों को उनकी फसल का वास्तविक मूल्य मिल सके। इसके साथ ही किसानों का संपूर्ण कर्ज माफ करने तथा राष्ट्रीय मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को निरस्त करने की मांग रखी गई.
नकली खाद-बीज पर रोक और आम के पेड़ों की सुरक्षा
राज्य सरकार से किसानों ने मांग की कि नकली खाद और बीज की बिक्री पर तुरंत रोक लगाई जाए.इसके अलावा आम के पेड़ों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए, क्योंकि इससे किसानों की आमदनी और गांव की हरियाली दोनों प्रभावित होती हैं.
आवारा पशु और अमृत सरोवर की जांच
किसानों ने ज्ञापन में बताया कि आवारा पशुओं के कारण जान-माल को खतरा बना हुआ है.उन्होंने प्रशासन से इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की गुहार लगाई। साथ ही अमृत सरोवर तालाबों की जांच कराने की मांग भी शामिल रही.
बिजली, पंजीयन केंद्र और नक्शों में सुधार की मांग
मऊगंज-बरहटा फीडर क्षेत्र में किसानों ने एक विद्युत सबस्टेशन बनाए जाने की आवश्यकता जताई.स्थानीय स्तर पर सेवा सहकारी समिति नौढ़िया को धान पंजीयन केंद्र बनाने की मांग रखी गई. इसके साथ ही रकरी और पचपहरा के नक्शों में सुधार तथा नौढ़िया भट्ठा टोला, ढनगन और मैरहा टोला के नक्शों को त्रुटिपूर्ण सूची में शामिल करने का मुद्दा भी उठाया गया.
आंदोलन की चेतावनी
ज्ञापन कार्यक्रम में राकेश रतन सिंह और पंकज सिंह समेत कई किसान शामिल हुए.किसानों ने साफ कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा.