मऊगंज: जिले की बहुती ग्राम पंचायत का टडहर वार्ड-18 पहली ही बारिश में तालाब में तब्दील हो गया है. गांव की गलियों में न तो सड़कें हैं, न ही नालियों की कोई व्यवस्था. बारिश का पानी सीधे लोगों के घरों में घुस रहा है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं पानी से भरी गलियों में गिरकर चोटिल हो रहे हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरपंच मनोज श्रीवास्तव के कार्यभार संभालने के बाद से गांव में किसी भी प्रकार का विकास कार्य नहीं हुआ है. नाली निर्माण दो साल से लंबित है और सरपंच न तो गांव आते हैं, न ही ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हैं.
ग्रामीणों ने बताया कि जब उन्होंने अपनी समस्या सरपंच को बताई, तो जवाब मिला, “हमारे बस में कुछ नहीं है, आप लोग जैसे भी हो पानी निकालो.” इसके बाद मजबूर होकर लोग खुद ही मिट्टी और मलबा डालकर पानी रोकने का प्रयास कर रहे हैं.
जलभराव की यह स्थिति न केवल जनजीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि बीमारियों और दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ा रही है. इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. ग्रामीणों ने एक बार फिर प्रशासन से अपील की है कि वे इस समस्या का स्थायी समाधान करें, ताकि उन्हें हर बारिश में इस त्रासदी से न गुजरना पड़े.