मऊगंज : जिले के बहुती जलप्रपात से एक बार फिर दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई है.रविवार को इस जलप्रपात में एक 20 वर्षीय अज्ञात युवती की लाश पानी में तैरती हुई पाई गई। स्थानीय ग्रामीणों ने शव की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद घटनास्थल पर पहुंची टीम ने करीब शाम 6:30 बजे तक शव को बाहर निकाला.
लेकिन इससे भी ज्यादा झकझोरने वाला दृश्य इसके बाद सामने आया — जब शव को सम्मानजनक तरीके से अस्पताल भेजने के बजाय एक ट्रैक्टर-ट्रॉली में लादकर रवाना कर दिया गया.न एंबुलेंस, न स्ट्रेचर और न ही कोई शव वाहन — यह दृश्य प्रशासन की गंभीर असंवेदनशीलता और लचर व्यवस्थाओं की खुली पोल खोलता है.
पुलिस के अनुसार, शव को सबसे पहले पवन कुमार (स्थानीय युवक) द्वारा जलप्रपात से बाहर निकाला गया.मौके पर मौजूद एएसआई पवन कुमार अवस्थी (नैगढ़ी थाना) ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला दुर्घटना प्रतीत हो रहा है, लेकिन जांच के बाद ही स्पष्ट स्थिति सामने आएगी.
बहुती जलप्रपात, जो एक समय मऊगंज जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल हुआ करता था, अब ‘मौत का अड्डा’ बनता जा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में यहां 100 से ज्यादा शव बरामद हो चुके हैं। सिर्फ जून महीने की शुरुआत से अब तक 5 लाशें मिल चुकी हैं — यह आंकड़ा खुद में डराने वाला है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से यहां कोई स्थायी सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है.न पुलिस चौकी, न गश्त, न सीसीटीवी निगरानी — सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है.