अपने भड़काऊ बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले इस्लामिक धर्मगुरु तौकीर रजा खान ने मुसलमानों से एकजुट होकर रविवार को दिल्ली का घेराव करने की अपील की है. मुस्लिम धर्मगुरु और इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद के प्रमुख तौकीर रजा ने कहा कि अगर अपनी बात मनवानी है तो सभी मुसलमानों को एकजुट होकर दिल्ली का घेराव करना चाहिए. तौकीर रजा ने जयपुर में यह बयान दिया है.
तौकीर रजा ने एक बार फिर भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि किसी के बाप की औकात नहीं है कि हमारी संपत्ति पर कब्जा कर सके. उन्होंने कहा कि हमारी संख्या क्यों छिपाते हो, जिस दिन हम सड़कों पर आ जाएंगे तुम्हारी रूह कांप जाएगी. हमारे नौजवान बुजदिल नहीं है. हमने अपने नौजवान को कंट्रोल कर रखा है जिस दिन आउट ऑफ कंट्रोल हो गए तो तुम्हारे बस की बात नहीं इन्हें रोक पाना.
‘सरकार हमेशा से बेईमान रही है, आज सबसे बेईमान है’
उत्तर प्रदेश के धर्मगुरु ने कहा कि वो इस बात से बेहद परेशान है कि अल्लाह को गाली दी जा रही है. हमे जलसे औकॉफ के हवाले से किए जा रहे है. इससे ज्यादा जरूरत उस व्यक्ति की है जिसके लिए हम सब कुछ कुर्बान कर देते हैं और जिसके सम्मान का अपमान किया जाता है. अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि हुकूमत हमेशा बेईमान रही है आज की सबसे ज्यादा बेईमान है.
तौकीर रजा ने कहा, ‘आप हम पर नजर रखते हैं लेकिन अपने ही मंदिरों में प्रसाद के रूप में चढ़ाई जाने वाली गाय की चर्बी पर नजर नहीं डालते. अगर आपको अपनी बात मनवानी है तो सभी मुसलमानों को एक साथ आकर दिल्ली को घेरना होगा. उन्होंने कहा कि संसद का सत्र शुरू होने वाला है, अगर आप लोग ध्यान दें. अगर आपको अपनी ताकत दिखानी है. इसको लेकर कानून बनवानी पड़ेगी. अगर आपको अपनी बात मनवानी है तो आपको दिल्ली आना होगा.
‘नौजवान को कंट्रोल कर रखा है जिस दिन…’
उन्होंने कहा कि यह आप पर निर्भर करता है, अगर आप आकर अपनी बात मनवाने की कोशिश करेंगे तो बात बनेगी और अगर आप दिखावा करते रहेंगे तो कुछ नहीं होगा. सरकार बेईमान है… जो कुरान और अल्लाह का अपमान करती है. अगर आपको यह दर्द महसूस होता है और आप ईमानदार हैं तो मेरी गुजारिश है कि आप दिल्ली आएं. उन्होंने कहा कि किसी के बाप की ताकत नहीं की हमारी जायदाद पर कब्जा कर ले.
तौकीर रजा ने कहा, हम पहले तिरंगा लेकर आएंगे… अगर वो नहीं मानेंगे तो हम प्रशासन के पास जाएंगे, उसके बाद जो होगा वो तय करना आपकी जिम्मेदारी होगी. हमारी तादाद क्या छिपाते हो जिस दिन सड़कों पर आयेंगे तो तुम्हारी रूह कांप जाएंगे. हमारे नौजवान बुजदिल नहीं है. हमने अपने नौजवान को कंट्रोल कर रखा है जिस दिन आउट ऑफ कंट्रोल जो हो गए तो तुम्हारे बस की बात नहीं इन्हें रोक पाना.