भीलवाड़ा: राज्य में भाजपा की सरकार और नगर निगम में भी भाजपा का बोर्ड होने के बावजूद भीलवाड़ा नगर निगम महापौर राकेश पाठक को अपने ही अधिकारियों के सामने हाथ जोड़ने और पैर पकड़ने की नौबत आ गई. मामला वार्ड नंबर 12 स्थित लेबर कॉलोनी का है, जहां वाटर वर्क्स विभाग द्वारा नगर निगम से बिना अनुमति के सड़क खोद दी गई और कई सप्ताह बीत जाने के बाद भी उसे अब तक ठीक नहीं किया गया.
इस पर नाराज महापौर राकेश पाठक मौके पर पहुंचे और अधिकारियों के समक्ष अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने अधिकारियों से कहा-बिना अनुमति रोड क्यों खोदी गई? सरकार ने सितंबर तक खुदाई पर रोक लगाई है, फिर भी आप नियमों को ताक पर रखकर काम कर रहे हैं. जनता हमें गालियां देती है, और बदनामी नगर निगम के हिस्से आती है.
पाठक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि विधायक कभी भी अवैध कार्य करने को नहीं कहते, यह सब विभागीय स्तर पर मनमानी हो रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अधिकारी अब मुख्यमंत्री और जिला कलेक्टर से भी ऊपर हो गए हैं? महापौर ने अधिकारियों से तत्काल प्रभाव से सड़क मरम्मत शुरू करने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर जल्दी कार्य नहीं हुआ तो वे उच्च स्तर पर मामले को उठाएंगे.
यह पूरा घटनाक्रम न सिर्फ नगर निगम की स्थिति को उजागर करता है, बल्कि विभागीय अधिकारियों की जवाबदेही पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है. महापौर की सार्वजनिक बेबसी यह बताने के लिए काफी है कि सत्ता में होते हुए भी जनप्रतिनिधि अधिकारियों की मनमानी के आगे कितना मजबूर हैं.