उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से वक्फ जमीन पर जबरन कब्जा करने का मामला सामने आया है, जिसमें कब्रिस्तान की जमीन पर कुछ भू-माफियाओं के द्वारा मिट्टी डाल कर कब्जा किए जाने का काम किया जा रहा है. वहीं इस मामले में कब्रिस्तान कमेटी से जुड़े लोगों ने पुलिस अधीक्षक और जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर शिकायती पत्र सौंपा है. कब्रिस्तान की जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त कराने की अपील की है.
गाजीपुर के सदर कोतवाली इलाके के रौजा इलाके में सालार गाजी की मजार है. जहां प्रतिवर्ष मेले का भी आयोजन होता रहा है और इस मजार में बाग नाम से करीब 8 से 10 बीघा की जमीन वक्फ की गई है. जिसमें मजार, मस्जिद के अलावा कब्रिस्तान हैं, जहां पर सैकड़ों सालों से मुस्लिम समाज के लोगों को दफन किया जा रहा है. इस बात की गवाही वहां के मजारे भी दे रही हैं जो सुर्खी और चुने से बनाई गई है. लेकिन अब इन कब्रिस्तान की मजारों को कुछ भू-माफियाओं के द्वारा पिछले एक सप्ताह से तोड़फोड़ की गई है.
मजारों को तोड़ने के बाद मिट्टी डालकर बराबर करने का काम किया जा रहा है. जिसकी जानकारी के बाद कब्रिस्तान कमेटी के लोगों ने जिला अधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एक पत्र सौंपा है और न्याय की मांग की है. वहीं भू-माफियाओं से कब्रिस्तान को मुक्त कराने की अपील की है.
डीएम और एसएसपी से की शिकायत
कमेटी के लोगों ने पत्र के माध्यम से बताया है कि वक्फ नंबर 119 आराजी नंबर 181 स्थित मौजा रजदेपुर देहाती गाजी मियां मस्जिद व कब्रिस्तान भूमि पर भू-माफियाओं के द्वारा मिट्टी डालकर कब्जा किया जा रहा है. उनका कहना है कि इसका पूरा रिकॉर्ड सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में दर्ज है. जिसका विवरण लोगों ने पत्र के माध्यम से डीएम को दिया है.
वहीं कमेटी के लोगों ने पत्र में बताया कि इस पूरी प्रॉपर्टी की देखभाल कमेटी की तरफ से की जाती है. जिसके मुजावर इनायत खान के वंशज अहमद बरी खान पुत्र स्वर्गीय नजीर खान मोहल्ला सट्टी मस्जिद गाजीपुर व अन्य के द्वारा की जाती रही है. इन लोगों को सालाना उर्स के वक्त मजार पर जो चढ़ावा आता है और मुर्दों के दफन होने के बाद कब्रों पर जो चादर चढ़ाई जाती है. उससे प्राप्त आमदनी को पाने के यह लोग हकदार हैं.
विभागीय मिलीभगत से बेच दी जमीन
लेकिन इन सभी लोगों ने वक्फ पर नंबर 119 गाजीपुर के मुजावर अहमद बरी खान, वह उनके लड़कों ने विभागीय मिलीभगत कर बिना किसी विधिक अधिकार के गाजी मियां के मुतवल्ली की जगह पर अपना नाम व्यक्तिगत रूप से दर्ज कराकर, अब जमीन की बिक्री शुरू कर दी है. साथ ही अब खरीदारों के द्वारा भी उस भूमि पर कब्जा किया जा रहा है.