दिल्ली में MCD की लापरवाही का एक मामला सामने आया है, जिसमें एक सात वर्षीय बच्चे की जान जाते-जाते बची. साउथ दिल्ली के पब्लिक स्कूल में तीसरी कक्षा में पढ़ने वाला बच्चा शुक्रवार को डिफेंस कॉलोनी के ब्लॉक डी में कार्डबोर्ड से ढके एक मैनहोल में गिर गया. सुबह करीब 8 बजे लड़के को उसके पिता स्कूल छोड़ने जा रहे थे. उसके साथ उसकी मां और छोटी बहन भी थीं.
स्कूल के बाहर जब लड़का कार से बाहर निकला, तो उसने अनजाने में अपना पैर एकक कार्डबोर्ड शीट पर रख दिया, जिसके नीचे मैनहोल था. वजन पड़ते ही कार्डबोर्ड टूट गया और बच्चा मैनहोल में गिर गया. आसपास खड़े लोग और बच्चे के माता-पिता तुरंत हरकत में आए और उसको सीवर से बचाने में कामयाब रहे. लड़के को तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां उसे प्राथमिक उपचार दिया गया.
#WATCH | Ajeet Singh, father of the boy who fell into a sewer near a school in Delhi's Defence Colony area, says, "There was a plyboard on the sewer, it broke & my child fell inside it. My wife was with me, she held his hand and people immediately pulled my child out. The pit was… https://t.co/rd4Cxqf2YZ pic.twitter.com/jWWs4V87sw
— ANI (@ANI) August 3, 2024
बच्चे के पिता, जो एक बैंक कर्मचारी हैं, उन्होंने बताया कि मैनहोल का ढक्कन उसी स्थान पर एक तरफ रख दिया गया था और खुले हिस्से पर एक कार्डबोर्ड कवर लगा दिया गया था. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में बच्चे के पिता हादसे के लिए MCD को जिम्मेदार ठहराते नजर आए. उन्होंने शहर में मैनहोल के ऑडिट पर सवाल उठाए और कहा कि MCD अधिकारी इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लें.
बच्चे के पिता ने कहा, ‘अगर कोई बुजुर्ग व्यक्ति या महिला मैनहोल में गिर गई होती तो क्या होता? इस घटना के लिए किस प्राधिकारी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए?’. पुलिस ने कहा कि बच्चे के अभिभावकों की तरफ से अभी तक उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है. यह घटना गाजीपुर इलाके में निर्माणाधीन नाले में गिरने से एक महिला और उसके बेटे की मौत के कुछ दिनों बाद हुई है.
थोड़ी सी तेज बारिश के बाद पूरी दिल्ली में गंभीर जलजमाव की समस्या देखी जा रही है. गत 27 जुलाई को ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में स्थित RAU’S IAS कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बारिश का पानी भरने के कारण UPSC की तैयारी कर रहे तीन स्टूडेंट्स की डूबने से मौत हो गई थी. दिल्ली में बारिश के कारण होने वाले जलजमाव से जुड़ी घटनाओं में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है.