मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास का कारवां आगे बढ़ रहा है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्रदेश में साढ़े तीन लाख करोड़ रुपए का बजट पारित किया गया है. हमारा प्रयास है कि अगले 5 सालों में इसे 7 लाख करोड़ रूपये तक ले जाएंगे. हमारा संकल्प देश और प्रदेश को नंबर एक बनाना है. उन्होंने कहा कि श्योपुर-विजयपुर-कराहल क्षेत्र प्राकृतिक दृश्य अत्यंत समृद्ध है, परंतु विकास में अभी तक पिछड़ा हुआ था. जनजातीय क्षेत्रों के विकास में भी कोई कमी नहीं रखी जाएगी.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को श्योपुर जिले के कराहल में तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने प्रदेश के 30 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों को वर्ष 2023 की 115 करोड़ रूपये की बोनस राशि का वितरण किया. इसी के साथ उन्होंने 37 करोड़ 67 लाख रुपए के विकास कार्यों का लोकार्पण /भूमि पूजन किया, जिनमें 21 करोड़ 28 लाख रुपए के लोकार्पण एवं 16 करोड़ 39 लाख रुपए के शिलान्यास शामिल हैं.उन्होंने अनुसूचित जनजाति वर्ग के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का वितरण भी किया.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारी सरकार अनुसूचित जनजातियों के विकास और कल्याण में कोई कमी नहीं रखेगी. आज तेंदूपत्ता संग्राहकों में करीब 50% अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग शामिल हैं. ये लघु वनोपजों पर ही अपना जीवन यापन करते हैं. इन्हें वनोपज का अधिक से अधिक लाभ दिलाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा. प्रदेश में वर्ष 2007 तक तेंदूपत्ता संग्राहकों को 750 रुपए प्रति मानक बोरा दिए जाते थे, जिसे बढ़ाकर अब 4000 रूपये प्रति मानक बोरा निर्धारित किया गया है.
आज प्रदेश के 30 लाख तेंदूपत्ता संग्राहकों के 13 लाख परिवारों को 953 रूपये प्रति मानक बोरा की दर से बोनस का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केवल ग्वालियर सर्कल में ही 2 करोड़ से अधिक रुपए का बोनस बांटा जा रहा है. तेंदूपत्ता संग्राहकों के शुद्ध लाभ को 50% से बढ़कर 75% किया गया है. प्रदेश में 500 बोरा तक संग्रहण वाली वनोपज समितियां के प्रबंधकों का मानदेय 13000 रूपये से बढ़ाकर 14000 रूपये तथा 500 से 2000 प्रति मानक बोरा तक संग्रहण वाली समितियां के प्रबंधकों के मानदेय को बढ़ाकर 15000 रुपए और जिन समितियों द्वारा 2000 मानक बोरे से अधिक का तेन्दूपत्ता संग्रहण किया जा रहा है उनके प्रबंधकों का मानदेय 15000 रूपये से बढ़ाकर 16000 रूपये प्रतिमाह किया जाएगा. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समिति प्रबंधको के परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति और एक लाख उपादान की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वन एवं पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए रखी गई विभिन्न मांगों को भी मंजूरी दी. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही श्योपुर को मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलेगी और उसका लोकार्पण किया जाएगा. उन्होंने श्योपुर में शबरी माता मंदिर बनाए जाने की भी घोषणा की. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नगर पंचायत कराहल का भवन भी शीघ्र तैयार किया जाएगा.
किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री ऐदल सिंह कंषाना ने कहा कि क्षेत्रवासियों का सौभाग्य है कि कार्यक्रम में पधारे सभी लोगों का हार्दिक अभिनंदन कर स्वागत किया. मंत्री कंषाना ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव विजयपुर क्षेत्र में इतने कम समय में भी तीसरी बार पधारे हैं. उन्होंने कहा कि श्योपुर जिले की जनता को मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा कई विकास की सौगातें दी गई और भविष्य में भी इसी प्रकार क्षेत्रवासियों को सौगातें मिलती रहेंगी.