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पीएम मोदी और पोलैंड के प्रधानमंत्री के बीच मुलाकात, दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने पर दिया जोर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वारसॉ में पोलैंड के पीएम डोनाल्ड टस्क से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने कई अहम मुद्दों पर चर्चा की और एक साझा बयान जारी किया. दोनों देश के पीएम ने ‘रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है. उन्होंने व्यापार और निवेश, विज्ञान और टेक्नोलॉजी, रक्षा, सांस्कृतिक सहयोग सहित द्विपक्षीय साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा की.

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दोनों नेताओं ने फूड प्रोसेसिंग, शहरी बुनियादी ढांचे, जल, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन हाइड्रोजन, AI, खनन जैसे क्षेत्रों में आर्थिक और व्यावसायिक सहयोग पर सहमती जताई. पीएम मोदी और डोनाल्ड टस्क ने लोगों के बीच संबंधों और सांस्कृतिक संबंधों को और बेहतर करने पर जोर दिया. इस संबंध में उन्होंने जामनगर के महाराजा और कोल्हापुर के शाही परिवार की उदारता के आधार पर दोनों देशों के बीच स्थापित संबंधों का भी जिक्र किया.

पीएम मोदी और टस्क ने यूक्रेन और पश्चिम एशिया में संघर्ष सहित आपसी हित के महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में सुधार, जलवायु परिवर्तन कार्रवाई और आतंकवाद से उत्पन्न खतरों पर चिंता जाहिर की.

मोदी ने बेलवेडर पैलेस में बैठक के बाद X पर पोस्ट किया, ‘वारसॉ में राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से मिलकर खुशी हुई. हमने भारत-पोलैंड संबंधों को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. भारत पोलैंड के साथ मधुर संबंधों को बहुत महत्व देता है. हम आने वाले समय में अपने देशों के बीच वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हैं.’

प्रधानमंत्री कार्यालय ने X पर पोस्ट किया कि दोनों नेताओं के बीच ‘सार्थक बातचीत’ हुई, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में भारत-पोलैंड साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया गया. प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति डूडा को भारत आने का निमंत्रण दोहराया.

बैठक के बाद पीएम मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘आप लंबे समय से भारत के अच्छे मित्र रहे हैं. भारत और पोलैंड की मित्रता को मजबूत करने में आपका बहुत बड़ा योगदान है. आज का दिन भारत और पोलैंड के संबंधों में विशेष महत्व रखता है. आज 45 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने पोलैंड का दौरा किया है. मेरे तीसरे कार्यकाल की शुरूआत में ही मुझे ये सौभाग्य मिला है. इस अवसर पर मैं पोलैंड की सरकार और यहां के लोगों का विशेष आभार व्यक्त करता हूं. 2022 में यूक्रेन संकट के दौरान फंसे हुए भारतीय छात्रों को निकालने के लिए आपने जो उदारता दिखाई, उसे हम भारतवासी कभी नहीं भूल सकते हैं.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस वर्ष हम अपने राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं. इस अवसर पर हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में परिवर्तित करने का निर्णय लिया है. भारत और पोलैंड के संबंध लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे साझा मूल्यों पर आधारित हैं.’

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