गौरेला पेंड्रा मरवाही : मुख्यमंत्री डीएवी स्कूल कुड़कई पेंड्रा में महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान में नशा मुक्ति हेतु मेगा जागरूकता शिविर आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी एवं पुलिस अधीक्षक सुरजन राम भगत द्वारा की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र सिंह उपस्थित रहे.
उन्होंने बच्चों को जीवन में सकारात्मक सोच, नशा मुक्ति और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी. कैंप में छात्रों और शिक्षकों को महिला सशक्तिकरण से जुड़े विभिन्न मुद्दों, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 एवं डायल 181 की उपयोगिता, नशा मुक्ति, गुड टच-बैड टच तथा साइबर अवेयरनेस जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जानकारी प्रदान की गई. जिला कार्यक्रम अधिकारी अमित सिन्हा ने महिला सशक्तिकरण और बाल अधिकारों से संबंधित विषयों पर मार्गदर्शन दिया.
शिवर में पुलिस विभाग की ओर से डीएसपी साइबर दीपक मिश्रा, सहायक उप निरीक्षक मनोज हनोतिया और आरक्षक हर्ष गहरवार ने छात्रों को साइबर हाइजीन और साइबर सेफ्टी पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों को समझाया कि व्यक्तिगत डिवाइस और अकाउंट की सुरक्षा के लिए मज़बूत पासवर्ड का उपयोग, मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सक्षम करना और नियमित सॉफ़्टवेयर अपडेट करना आवश्यक है.
इंटरनेट उपयोग में संदिग्ध लिंक और अज्ञात ईमेल से बचने, केवल सुरक्षित वेबसाइट पर जानकारी साझा करने तथा सार्वजनिक वाई-फाई से लेन-देन न करने की सलाह दी गई. मोबाइल और ऐप सुरक्षा हेतु केवल आधिकारिक स्टोर से ऐप डाउनलोड करने, अनावश्यक परमिशन बंद रखने और नियमित बैकअप लेने पर बल दिया गया. साथ ही छात्रों को यह भी बताया गया कि ईमेल व मैसेजिंग में फ़िशिंग से सतर्क रहना चाहिए, किसी के साथ ओटीपी या पासवर्ड साझा नहीं करना चाहिए और स्पैम संदेशों को रिपोर्ट करना चाहिऔ. नेटवर्क सुरक्षा के लिए राउटर का पासवर्ड बदलने और WPA2/WPA3 एन्क्रिप्शन उपयोग करने की सलाह दी गई.
शिविर में यह भी संदेश दिया गया कि सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना चाहिए और समय-समय पर अपने बैंक, ईमेल तथा सोशल मीडिया खातों की गतिविधियों की निगरानी करनी चाहिए. परिवार और सहकर्मियों को भी साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता है, क्योंकि सामूहिक जागरूकता से ही साइबर सुरक्षा मजबूत हो सकती है. छात्रों को साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल और डायल 1930 की उपयोगिता, साइबर दोस्त और साइबर वालंटियर योजना के बारे में भी बताया गया.
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे, एसडीएम विक्रांत अंचल समेत अन्य जिला स्तरीय अधिकारी और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम भी उपस्थित रही. कैंप में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और अभिभावकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों और समाज के बीच जागरूकता का विस्तार करना तथा उन्हें सुरक्षित और जिम्मेदार नागरिक बनाने की दिशा में प्रेरित करना था.