मध्य प्रदेश के मंदसौर में मेहनाज खान ने अपने दो बच्चों फरहान और फैजान के साथ मुस्लिम धर्म त्यागकर सनातन धर्म अपना लिया. शहर के गायत्री मंदिर में वैदिक मंत्रोचार के साथ महिला और उसके दोनो बेटों को दूध, दही, शहद, गंगाजल, गौमूत्र और गोबर के स्नान करवाया गया. करीब डेढ़ घंटे तक चले मंत्रोचार के बाद सभी का नया नामकरण किया गया.
इस्लाम से सनातन में वापसी के बाद मेहनाज खान अब ‘मीनाक्षी’ बन गई. वहीं उसका एक बेटा फरहान अब ‘लव’ और फैजान ‘कुश’ नाम से जाना जाएगा. दोनों ने अपनी मां के साथ सनातन अपनाया है. इससे पहले मंदसौर में 44 लोगों ने इस्लाम धर्म त्यागकर सनातन में वापसी की है. इन 44 लोगों की सनातन में वापसी कराने में चैतन्य सनातनी की बड़ी भूमिका रही.
14 साल पहले हुई थी शादी
मेहनाज से मीनाक्षी बनी महिला ने बताया कि उसका पति इरफान ड्राइवर है. पिता ने 14 साल पहले उसकी शादी धमनार निवासी अंसार के बेटे इरफान के साथ की थी. शुरू के एक दो साल तो ठीक निकले. इसके बाद पति इरफान, ससुर अंसार और सास सब ने मिलकर उसके साथ मारपीट शुरू कर दी. छोटी-छोटी बातों पर उसकी पिटाई होने लगी. उसके बच्चों को भी पीटा जाता और अपशब्द कहा जाता.
सुसराल में पिटाई और तानों से तंग आ गई
महिला ने कहा कि उसने इस बारे में अपने पिता को भी बताया, लेकिन पिता ने पारिवारिक मामला बताते हुए ज्यादा दखल नहीं दी. जब भी पति और ससुराल के लोग मारपीट करते तो वह पिता को बताती. इस पर पिता यही कहते कि अब उसी परिवार में एडजस्ट करना है. रोज-रोज की पिटाई और तानों से वह तंग आ गई थी.
महिला ने कहा- हिंदू धर्म में मेरी आस्था
महिला ने बताया कि उसकी हिंदू धर्म में आस्था है. इस्लाम में मांहिलाओ की कोई इज्जत नहीं होती, जबकि सनातन में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया जाता है. जब उसने मोबाइल पर चैतन्य सनातनी के वीडियो देखे तो उसने उनसे संपर्क किया. इसके बाद कानूनी प्रक्रिया के लिए आवेदन किया और गायत्री मंदिर में इस्माल त्यागकर हिंदू धर्म अपना लिया.