अयोध्या: मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और 65.35% से अधिक मतदान दर्ज किया गया, जो 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 5.12% अधिक है. मतदान के दौरान सुरक्षा और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा.
मुख्य मुकाबला चंद्रभानु पासवान बनाम अजीत प्रसाद
इस उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चंद्रभानु पासवान और समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद के बीच कांटे की टक्कर रही. इनके अलावा मौलिक अधिकार पार्टी के रामनरेश चौधरी, राष्ट्रीय जनवादी पार्टी की सुनीता, आजाद समाज पार्टी के संतोष कुमार समेत कुल 10 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे.
शांतिपूर्ण मतदान का दावा, सुरक्षा रही कड़ी
सुबह 7 बजे शुरू हुए मतदान में मतदाताओं का जोश देखते ही बना. 255 मतदान केंद्रों और 414 मतदेय स्थलों पर लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.चुनावी प्रक्रिया को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी प्रवीण कुमार, जिला निर्वाचन अधिकारी चंद्र विजय सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर समेत अन्य अधिकारी लगातार भ्रमणशील रहे.
सुरक्षा व्यवस्था के तहत दो सुपर जोन, चार जोन और 41 सेक्टर बनाए गए थे. 210 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग, 25 स्थलों पर वीडियोग्राफी, जबकि 71 मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किए गए थे. इसके अलावा, नौ उड़नदस्ते, नौ स्टेटिक निगरानी टीमें और छह वीडियो निगरानी टीमें चुनाव प्रक्रिया पर नजर बनाए रहीं.
ईवीएम में कैद हुई किस्मत, अब मतगणना की तैयारी
मतदान प्रक्रिया के बाद सभी ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित रखा गया है, जहां सीसीटीवी कैमरों और प्रशासनिक निगरानी में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की गई है. जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक दिन पहले ही स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना केंद्र की तैयारियों का निरीक्षण कर लिया था.
अब सभी की निगाहें मतगणना के दिन पर टिकी हैं, जब यह तय होगा कि मिल्कीपुर की जनता ने अपना जनादेश किसके पक्ष में दिया है.