छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सल ऑपरेशन और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बयान पर दिया। जिस पर वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बघेल को हीनता बोध से ग्रस्त बताया है। वहीं, डिप्टी CM अरुण साव ने कहा कि, क्या बघेल नक्सलवाद के साथ हैं।
दरअसल, भूपेश बघेल ने रायपुर में तिरंगा यात्रा को लेकर एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। जिसमें कहा कि, सीएम साय ऑपरेशन सिंदूर को एक आयोजन बता रहे हैं। आयोजन शब्द को पकड़कर भूपेश ने ट्वीट किया। आगे लिखा कि, हे ईश्वर, सेना के शौर्य और पराक्रम को आयोजन बताने वाले इन लोगों को क्षमा करना। वे नहीं जानते कि शौर्य और पराक्रम क्या होता है।
ओपी ने बघेल को बताया हीनता बोध से ग्रस्त
मंत्री ओपी चौधरी ने एक्स पर पूर्व मुख्यमंत्री बघेल को हीनता बोध से ग्रस्त बताया है। उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान के खिलाफ भारत की जीत को नहीं पचा पा रहे हैं। मंत्री ने आयोजन शब्द को लेकर कहा कि, ‘नागरी प्रचारिणी सभा’ के शब्दकोष में ‘आयोजन’ का अर्थ है-
‘किसी कार्य या गतिविधि को सुनियोजित और व्यवस्थित ढंग से करने की प्रक्रिया।’ इसमें योजना बनाना, संसाधनों का प्रबंधन और कार्य को निर्धारित समय पर पूरा करना शामिल है।
मंत्री चौधरी ने आगे लिखा कि, क्या कांग्रेस नेता यह कहना चाहते हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत चला अभियान सुनियोजित नहीं था या अव्यवस्थित था? या सेना ने योजना सही नहीं बनाई थी, कि संसाधनों का प्रबंधन सेना ने सही नहीं किया? कभी सर्जिकल स्ट्राइक का इसी तरह मजाक बनाते हुए भूपेश ने यह कहा था कि ‘वहां केवल कौए मरे हैं।’
जनता ने उस भद्दे मजाक का माकूल जवाब भी दे दिया उन्हें। हमारे सैनिकों के शौर्य पर सवाल खड़ा करते रहने की परिपाटी बंद होना चाहिए। यह राजनीति का विषय नहीं है।
बघेल ने नक्सल ऑपरेशन पर उठाए थे सवाल
बीजापुर में हाल ही में सफल हुए नक्सल ऑपरेशन को लेकर भी भूपेश बघेल ने सवाल उठाए थे। उन्होंने नक्सलियों की संख्या, मारे गए नक्सलियों की पहचान को लेकर सवाल उठाए। भूपेश बघेल ने एक पोस्टर जारी करते हुए सोशल मीडिया पर ऑपरेशन से जुड़े संदेह जाहिर किए।
अरुण साव ने दिया जवाब
भूपेश बघेल की तरफ से नक्सल ऑपरेशन को लेकर की गई आपत्तियों के बाद डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि, छत्तीसगढ़ के लिए बड़ी चिंता का विषय है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नक्सलवाद उन्मूलन के साथ हैं ? या नक्सलवाद के साथ हैं? ये उन्हें स्पष्ट करना चाहिए।
साव ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी के 2 पूर्व मुख्यमंत्रियों को देश की सेना पर भरोसा नहीं। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को बॉर्डर पर सेना के शौर्य पर शंका है। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को बस्तर में सेना के जवानों के पराक्रम पर शंका है। मैं, दोनों को ही बता देना चाहता हूं, भारत भूमि में… सेना के शौर्य पर सवाल नहीं उठाए जाते, सेना के गौरव की गाथाएं गाई जाती हैं।