BJP मुख्यालय में अब ड्यूटी पर तैनात होंगे मंत्री, क्या होगी जिम्मेदारी?

बीजेपी ने संगठन में संवाद को और भी बेहतर करने के लिए एक फैसला लिया है. अब बीजेपी मुख्यालय में ड्यूटी पर मोदी सरकार के राज्यमंत्री तैनात होंगे. नए इनीशिएटिव के तहत मोदी सरकार के राज्यमंत्री हफ्ते में 6 दिन सुबह से शाम तक मुख्यालय में ड्यूटी करेंगे.

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सोमवार से शनिवार प्रत्येक दिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक मोदी सरकार के राज्यमंत्रियों की बीजेपी मुख्यालय में ड्यूटी लगाई गई है. सभी केंद्रीय राज्य मंत्री पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करेंगे.

क्या होगी राज्यमंत्रियों की जिम्मेदारी?

संगठन और सरकार के बीच बेहतर तालमेल और बीजेपी कार्यकर्ताओं की सुनवाई का जिम्मा इन सभी राज्यमंत्रियों के जिम्मे होगा. केंद्र सरकार के ये मंत्री बीजेपी संगठन चुनाव और राज्यों के प्रभार में पार्टी पदाधिकारियों की व्यस्तता की भरपाई भी करेंगे.

कौन-कौन कब करेगा ड्यूटी

आज 28 जून को महिला और बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर बीजेपी मुख्यालय में दिनभर बैठेंगी. 30 जून को रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ बीजेपी मुख्यालय में होंगे. 1 जुलाई को सड़क परिवहन राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा होंगे. 2 जुलाई को जनजातीय राज्यमंत्री दुर्गा दास उईके होंगे, 3 जुलाई को सूचना प्रसारण राज्यमंत्री एल मुरुगन ड्यूटी करेंगे, 4 जुलाई को कोऑपरेटिव राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर बीजेपी मुख्यालय में ड्यूटी पर तैनात होंगे.

पहल का क्या है मकसद?

बीजेपी ने संगठन और सरकार के बीच कॉर्डिनेशन को और अधिक मजबूत करने के लिए एक नई रणनीतिक पहल की शुरुआत की है. इसके तहत ही पार्टी ने अब यह कदम उठाया है. इस दौरान मंत्री पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनेंगे और तत्काल समाधान करने की कोशिश करेंगे.

पार्टी नेतृत्व का इस कदम को लेकर मानना है कि यह पहल जमीनी स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं को सीधा संवाद और मार्गदर्शन उपलब्ध कराएगा. इससे सरकार की योजनाओं और नीतियों की समझ और पहुंच नीचे तक आसान होगी, वहीं संगठन और सत्ता के बीच बेहतर तालमेल भी स्थापित होगा.

कॉर्डिनेशन होगा और भी बेहतर

इस पहल की शुरुआत 27 जून 2025 से हो गई है. हालांकि, इससे पहले भी कुछ केंद्रीय मंत्री पार्टी मुख्यालय में शाम 3 बजे से 5 बजे तक कार्यकर्ताओं से मिलते रहे हैं. इस पहल के साथ ही यह परंपरा भी जारी रहेगी. लेकिन अब दिनभर की उपस्थिति से कार्यकर्ताओं को और बेहतर तरीके से संवाद करने का मौका मिलेगा. बीजेपी इसे एक संगठनात्मक इनोवेशन मान रही है, जिसका मकसद है – पार्टी कार्यकर्ताओं की बात सरकार तक बिना किसी भी बाधा के पहुंचाना.

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