केरल के पथानामथिट्टा जिले के अदूर में 10 वर्षीय लड़की के अपहरण और सामूहिक बलात्कार के मामले में एक किशोर और एंबुलेंस चालक को गिरफ्तार किया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अपराध को क्रूर तरीके से अंजाम दिया गया और इस मामले की जांच जारी है. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी सुधीश रमेश (19) एर्नाकुलम के वदयामपडी का निवासी है और उसे रिमांड पर लिया गया है. वह कक्कनाड इन्फोपार्क में एंबुलेंस चालक के तौर पर काम करता है.
घर के पास से किडनैप कर ले गए
पुलिस के मुताबिक, घटना अदूर में चेन्नमपुथुर कॉलोनी के पास हुई. पुलिस ने बताया कि रविवार शाम करीब छह बजे रमेश ने बच्ची को उसके घर के पास से अगवा किया और उसे पास के एक सुनसान घर में ले गया, जहां उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया. एक किशोर ने भी बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न किया. पुलिस ने बताया कि जब बच्ची चिल्लाई तो किशोर ने उसका मुंह बंद कर दिया और उसके साथ बलात्कार किया.
फोटो देखकर नाबालिग ने आरोपियों की पहचान की
इसके बाद पुलिस को तुरंत सूचना दी गई और बच्ची को मेडिकल जांच के लिए अदूर जनरल अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने बच्ची की मां की मौजूदगी में उसका बयान दर्ज किया. पुलिस ने बताया कि रमेश को सोमवार को सुबह 2 बजे हिरासत में लिया गया और 15 वर्षीय लड़के को भी हिरासत में लिया गया. उन्होंने बताया कि चूंकि यह सामूहिक बलात्कार का मामला है, इसलिए जांच अदूर के डिप्टी एसपी जी संतोष कुमार को सौंपी गई है. बच्ची को दिखाई गई तस्वीरों के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई. आरोपी किशोर के खिलाफ सोमवार को कानूनी कार्रवाई की गई और उसकी मां को लिखित में सूचित किया गया.
पुलिस ने बताया कि बाल कल्याण अधिकारी को भी सूचित किया गया और किशोरी को कोल्लम के एक अस्पताल में ट्रांसफर करने से पहले जरूरी कदम उठाए गए.