शादी में खेल रही 9 साल की बच्ची का अपहरण, शातिर अपराधी गिरफ्तार

बरेली :  भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव मझौला सर्वसुख में 20 फरवरी की रात एक शादी समारोह से 9 साल की बच्ची का अपहरण हो गया था. पुलिस ने एक सप्ताह बाद बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने जिस आरोपी को गिरफ्तार किया है, वह एक शातिर अपराधी है और उस पर पहले से भी कई मुकदमे दर्ज हैं.

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21 फरवरी को बच्ची के लापता होने की रिपोर्ट हुई दर्ज

बरेली के थाना भोजीपुरा क्षेत्र के गांव मझौला सर्वसुख में 20 फरवरी की रात एक शादी समारोह में 9 साल की बच्ची अचानक लापता हो गई. बच्ची के पिता झंडूलाल उर्फ सूरज ने काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला. अगले दिन, 21 फरवरी को बच्ची के पिता ने थाना भोजीपुरा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की.

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग

पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें गांव घुरसमसपुर के ग्राम प्रधान के घर लगे कैमरे में एक संदिग्ध व्यक्ति बच्ची को पीठ पर बैठाकर ले जाता दिखा. इसके आधार पर पुलिस ने खोजबीन तेज कर दी.

जंगल से आरोपी गिरफ्तार, बच्ची सकुशल बरामद

पुलिस ने आज दोपहर 2 बजे ग्राम समसपुर गौटिया के जंगल की तरफ जाने वाले रास्ते से आरोपी अमित सिंह (35 वर्ष) को गिरफ्तार किया और बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया.

कैसे किया बच्ची का अपहरण

आरोपी अमित सिंह ने पूछताछ में बताया कि वह शादी समारोह में शामिल हुआ और वहां खेल रही बच्ची से घुलमिल गया. पहले उसे कुरकुरे और चॉकलेट दिलाई, फिर बहलाकर जंगल की ओर ले गया. इसके बाद कई दिनों तक अलग-अलग जगहों पर घुमाता रहा.

आरोपी ने किए कई खुलासे

एसपी नॉर्थ मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आरोपी अमित सिंह पुत्र निरवान सिंह उर्फ निर्मल सिंह निवासी ग्राम नरहरपुर गौरी खेड़ा थाना हाफिजगंज बरेली उम्र लगभग 35 वर्ष ने पूछताछ पर बताया कि उसने वर्ष 2013 में थाना शीशगढ़ से 5 वर्ष की बच्ची के साथ बलात्कार किया था, जिसमें वह जेल गया था.

जिसमें दस वर्ष की सजा काटने के बाद एक-डेढ़ साल पहले छूटा था. छूटने के कुछ समय बाद उसने पहाडपुर गांव थाना बीसलपुर जनपद रामपुर से एक 07 साल की लड़की का अपहरण 6 अप्रैल 2024 में किया था. 25 अप्रैल 2024 को वह एक लड़की के साथ पकड़ा गया था और जेल चला गया था। लगभग 9 महीने जेल में रहने के बाद 30 जनवरी 2025 को रामपुर जेल से छूटा था.

आरोपी के मां बाप की हो चुकी है मौत

आरोपी ने बताया कि उसके माता-पिता और भाई की मृत्यु हो चुकी है. उसकी तीन बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। वह ऐसे ही घूमता-फिरता और मेहनत-मजदूरी करता है. 20 फरवरी को दिन में करीब 2 बजे अटापट्टी शुमाली पर मंदिर के पास टेम्पो से उतरकर मंदिर पर नहाकर कपड़े बदलकर मैले कपड़े थैले में रखकर पैदल-पैदल चलता हुआ जा रहा था.

ग्राम मझौला के पास एक डल्लप वाले से उसने पूछा कि क्या गांव में शादी है तो उसने बताया कि हां गांव में शादी है. तो वह ग्राम मझौला में लगभग 3 बजे पहुंचकर वहीं रुक गया. उसने पहले ग्राम मझौला में कंपाईन पर काम किया था. वहां पर कुछ देर में आम के बाग में बैठकर बूफर से गाने सुनता रहा, फिर वह जिधर शादी का पंडाल लगा वहां चला गया। उसने अपना कपड़ों का थैला गांव के बाहर बने मकान में आंगन में नल के पास रख दिया.

खेलते समय बच्ची का अपहरण

आरोपी ने बताया कि वहां पर जो बच्चे खेल रहे थे, उनसे बातें करने लगा, फिर दुकान से कुरकुरे का पैकेट लाकर बच्ची को दे दिया. कुछ देर बाद लड़की उम्र करीब 9 वर्ष दोबारा उससे खाने का सामान मांगने लगी. वह फिर दुकान पर गया और अपने लिए बीड़ी का बंडल लिया और चॉकलेट ली. चॉकलेट बच्ची को दे दी. बच्ची उसके पीछे-पीछे घूमने लगी.

बच्ची उसके साथ घुलमिल गई। वह बच्ची को लेकर जंगल की तरफ चल दिया और चलते-चलते ग्राम घुरसमसपुर में पहुंच गया. वहीं गांव के बाहर एक ट्रॉली के नीचे पुराल डालकर उस पर बच्ची को सुला दिया और अपनी जैकेट उसे उढ़ा दी थी. फिर सुबह 5 बजे के लगभग बच्ची को लेकर पैदल ही चल दिया और सड़क पर पहुंच गया. सड़क पर एक बाइक वाले को हाथ देकर उस पर बैठकर नैनीताल हाईवे पर आ गया और मैजिक में बैठकर सैटेलाइट पर पहुंच गया.

सैटेलाइट बस स्टैंड पर की मजदूरी

सैटेलाइट पर उसने मजदूरी की और बच्ची को कंघा, शीशा, बॉल दिलवाई. दिन में वहीं पर बर्गर खिलवाया. रात में वहीं पर सो जाता था, दिन में मौर्या मंदिर में बच्ची के साथ जाकर पूजा करता था. फिर काम करता था और सैटेलाइट पर ही सो जाता था. फिर दो दिन बाद वह बच्ची को लेकर मिलक चला गया, एक रात वहीं मंदिर पर रुका.

आज वह वहां से बच्ची को लेकर अपनी भांजी लक्ष्मी की ससुराल जिवाई गया, वहां पर उसकी भांजी नहीं मिली। फिर वह वहां से घुरसमसपुर के जंगल में आ गया, वहीं पर उसे पुलिस ने पकड़ लिया.

आरोपी का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार आरोपी अमित सिंह पहले भी बच्चियों के अपहरण और दुष्कर्म के मामलों में जेल जा चुका है.

2013: थाना शीशगढ़, बरेली में 5 साल की बच्ची से दुष्कर्म के मामले में 10 साल की सजा हुई थी.
2024: थाना बिलासपुर, रामपुर में 7 साल की बच्ची के अपहरण के मामले में 9 महीने जेल में रहा.
2025: ताजा मामले में 9 साल की बच्ची के अपहरण का आरोपी.

पुलिस की तत्परता से बच्ची को सकुशल बरामद कर लिया गया. इस कार्रवाई में थाना भोजीपुरा के प्रभारी निरीक्षक प्रवीन सोलंकी और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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