डीडवाना – कुचामन: कुचामन सिटी से 27 अगस्त को हुई नाबालिग बालिका की अपहरण की वारदात अब पुलिस और प्रशासन के लिए सिरदर्द बन गई है. घटना को 12 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस अभी तक न तो बालिका का सुराग लगा पाई है और न ही आरोपियों को पकड़ सकी है। इस लापरवाही के विरोध में कुमावत समाज लगातार आंदोलन की राह पर है.
अपहरण की घटना और नामजद मुकदमा
पीड़िता की मां के अनुसार, 27 अगस्त को सुबह 11 बजे उसकी नाबालिग बेटी प्रसाद लेने दुकान गई थी, तभी कार में सवार दो युवक—कमल चौधरी पुत्र मोहनाराम चौधरी निवासी राधे पब्लिक स्कूल के पास और दिनेश पुत्र गंगाराम कुमावत निवासी रेगरी कोठी कुचामनसिटी—उसे अगवा कर ले गए. इस मामले में पीड़ित परिवार की ओर से थाने में नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई गई.
समाज का पहला प्रदर्शन और 48 घंटे की चेतावनी
अपहरण के बाद कार्रवाई न होने पर कुमावत समाज के हजारों लोग खारिया रोड स्थित शिव मंदिर से रैली निकालते हुए उपखंड कार्यालय पहुंचे और एसडीएम सुनील चौधरी को मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा, ज्ञापन में चेतावनी दी गई थी कि यदि 48 घंटे में नाबालिग की बरामदगी और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो थाने का घेराव व संपूर्ण कुचामन बंद कराया जाएगा.
72 घंटे इंतजार के बाद भी नाकाम रही पुलिस
समाज ने पुलिस को 72 घंटे का अतिरिक्त समय भी दिया, लेकिन इसके बावजूद नाबालिग का कोई पता नहीं चल सका. इस स्थिति से नाराज़ होकर समाज ने आज फिर से शिव मंदिर परिसर में बड़ी बैठक बुलाई.
10 सितंबर को धरने का ऐलान
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यदि 9 सितंबर तक पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो 10 सितंबर को समाजजन सर्वसमाज के सहयोग से धरना-प्रदर्शन करेंगे. समाज ने साफ कहा है कि यदि कानून-व्यवस्था बिगड़ती है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.
पुलिस का दावा, जल्द होगी गिरफ्तारी
थाना प्रभारी सतपाल चौधरी का कहना है कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. आरोपियों की तलाश में पुलिस की कई टीमें काम कर रही हैं और तकनीकी साधनों का सहारा लिया जा रहा है. पुलिस का दावा है कि जल्द ही नाबालिग को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.