केरल के पथानामथिट्टा जिले में एक दलित नाबालिग लड़की से बलात्कार की दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है. इस मामले में पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनको कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. आरोप है कि पीड़िता के साथ 2 साल के अंदर 62 लोगों ने बलात्कार किया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार 14 आरोपियों को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. इस मामले की जांच की जा रही है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है. पीड़िता की शिकायत के आधार पर पथानामथिट्टा जिले के दो थानों में नौ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.
पीड़ित लड़की की उम्र 18 साल बताई जा रही है. उसने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 13 साल की उम्र से 62 लोगों ने उसका यौन शोषण किया था. पुलिस ने कहा कि उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं जो दर्शाते हैं कि लड़की का उसके खेल प्रशिक्षकों, साथी एथलीटों और सहपाठियों द्वारा शोषण किया गया था.
सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी का आह्वान करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने पुलिस अधिकारियों से तीन दिनों के भीतर कार्रवाई की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. केरल महिला आयोग ने खुद ही मामला दर्ज कर लिया है. इसकी अध्यक्ष पी. सती देवी ने पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
मामला बाल कल्याण समिति द्वारा आयोजित काउंसलिंग के दौरान प्रकाश में आया था, जब एक शैक्षणिक संस्थान में पीड़िता के शिक्षकों ने समिति को उसके व्यवहार में उल्लेखनीय बदलावों के बारे में बताया. इसके बाद समिति ने पुलिस को सूचित किया और जांच करने के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया.
पीड़ित लड़की के अनुसार उसका यौन शोषण तब शुरू हुआ जब वो 13 साल की थी. सबसे पहले एक पड़ोसी ने उसका बलात्कार किया. उसने लड़की की अश्लील वीडियो लोगों के बीच शेयर कर दी. इसके बाद उसका वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो को जिसने भी देखा, उसने लड़की को ब्लैकमेल करके उसका यौन शोषण किया.