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Mirzapur: पैसा लेने गए मजदूर पर लाठी डंडे से किया वार, महिला मजदूर पर जड़ दिया थप्पड़ , जाने क्या है पूरा मामला

 

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मिर्ज़ापुर :  ईंट भट्टा मालिक के पास अपने मेहनत का मेहनताना लेने गए श्रमिक के साथ क्रूर व्यवहार किया गया. मालिक ने पैसा लेने गए मजदूर को पैसे देने के बजाए लाठी-डंडे से वार कर घायल कर दिया है. बता दें कि यह पूरा मामला जनपद मिर्जापुर के अदलहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत रसूलपुर चट्टी गांव का है, जहां पर KKK मार्का ईटा भट्ठा मालिक मंसूर खान, दिशान व साहिल से अपना पैसा मांगने गए मजदूर गुड़िया भारती व रवि प्रकाश को मारे पीटे जाने के साथ ही उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई. जिससे आहत और डरा सहमा श्रमिक न्याय के लिए भटकता-फिर रहा है.
हालांकि इस प्रकरण को संज्ञान में आने के बाद मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन ने पहल करते हुए श्रमिक को उसका हक दिलाने और उसे कार्रवाई का भरोसा दिलाते हुए सम्पूर्ण घटनाक्रम से श्रमायुक्त को अवगत कराते हुए कार्रवाई की मांग किया है.

 

 

जाने क्या है पूरा मामला

दरअसल, पूरा मामला कुछ यूं है, मिर्ज़ापुर जिले के अदलहाट थाना क्षेत्र अंतर्गत लिझरी कलां, अधवार गांव की रहने वाली गुड़िया भारती (22) पति रवि प्रकाश पुत्र श्रीराम भारती के साथ अपने घर से 10 किलोमीटर दूर ग्राम रसूलपुर चट्टी स्थित के.के.के. मार्का ईंट भट्टे मर काम करती हैं. भट्ठा मालिक मंसूर खान (दादा) पुत्र व उनके पुत्रों द्वारा 10 जनवरी 2025 को सुबह के लगभग 7 बजे बकाया मजदूरी मांगने गए हुए थे जहां पर उसे व उसके पति रवि प्रकाश (28) को, मालिक व उनके दो पुत्रों साहिल एवं दिशान द्वारा मारपीट कर लहुलुहान कर दिया गया। जिसकी सूचना पीड़िता ने उसी दिन अदलहाट पुलिस को शाम लगभग 7 बजे दिया था.

पीड़िता के मुताबिक दरअसल पूरा वाक्या यह है कि, वह भट्ठा मजदूर पिछले 8 महीने से के.के.के मार्का ईट भट्ठे पर निकासी व पथेरा का काम करते हुए आ रहें हैं. दोनों पति-पत्नी जून 2024 से चार महीने तक निकासी का काम प्रति 160 रुपए हजार की दर से काम किये हैं, उसके बाद पथेरी का काम रुपए, 800 प्रति हजार की दर से ईंट पथाई का काम किया है.

 

बार-बार मजदूरी मांगने पर मिलता रहा आश्वासन दर आश्वासन

आरोप है कि भट्ठा मालिक द्वारा बीच-बीच में थोड़े-थोड़े पैसे देकर मजदूरी रोक लिया करता था. मालिक से पैसे मांगने पर उन्होंने पूर्व में कहा था कि भट्ठा फूंक जाने पर हिसाब चुकता कर दिया जाएगा. भट्टा फूंक जाने के बाद जब पैसे की मांग की तो उन्होंने इसबार यह कहा कि, निकासी होते ही पैसा आ जाएगा फिर दे देंगे. फिर एक दिन बोले लड़की का ऑपरेशन कराया है. इस बीच मलिक पथाई का हिसाब, उनकी डायरी में नही लिख रहे थे। लिखने की बात पर टोकने से नाराज थे. कहने पर भी मालिक मेरा हिसाब डायरी में नहीं चढ़ा रहे थे और पैसे भी नहीं दे रहे थे.

मकर संक्रांति त्योहार की चलते बच्चों को कपड़ा व खाने का सामान लेने के लिए जब पुनः 10 जनवरी 2025 की सुबह के लगभग 7 बजे जब मालिक व उनके पुत्र साहिल, दिशान भट्ठे पर आए तो गुड़िया ने बकाया मजदूरी की मांग कर दी, जिससे वे बौखला कर नाराज हो गए और कहे कि, हमेशा पैसे ही क्यों मांगती रहती हो.

जब महिला श्रमिक गुड़िया ने कहा कि आपने हमारी डायरी में भी निकासी के बाद का हिसाब नही चढ़वाया है. मुंशी राकेश व नन्दलाल ने 22, 673 ईंट का चढ़ाया था, बाकी का जमीन पर रखा कच्चा ईंट लगभग 32,802 ईंट पथाई का पैसा नहीं चढ़ाया है, मेरा हिसाब कर दीजिए त्यौहार के लिए बच्चों को कपड़ा और खाने का सम्मान लेना है.

फिर क्या था इतना कहना ही था कि भट्ठा मालिक और उनके बेटे नाराज हो गए और गाली गलौज करने लगे, विरोध करने पर मालिक मंसूर खान ने महिला श्रमिक के गाल में तमाचा जड़ दिया. विरोध करने पर उन्होंने दुबारा उसका गला पकड़ लिया और उनके साथ आए उनके दोनों बेटों ने बारी-बारी से पीठ पर हाथ से मारते हुए गाली बकने लगे और कहा भाग जाओ अब एक भी पैसा नहीं मिलेगा.

बचाव में आए पति की भी पिटाई का आरोप

शोर सुनकर पति रवि प्रकाश भी आ गए और बचाव के दौरान उनको भी गाली देते हुए लात घूसों से उन तीनों ने पिटाई कर दी. जब महिला श्रमिक अपने पति को बचाने के लिए आगे बढ़ी तो फिर से तीनों ने मिलकर दोनों पति-पत्नी को लात मुक्को और ईंट से आंख के पास मार दिया और पति के हाथ से हिसाब की डायरी छीन जान से मारने की धमकी देते हुए भट्टे पर रखा हमारा सामान देकर वहां से भगा दिये. मारपीट से मेरे महिला श्रमिक के पति को आंख के पास भी गहरी चोट आई है. भट्ठा से निकलकर दोनों ने घटना की लिखित सूचना थाना अदलहाट में जाकर दी है. जहां पर मौजूद दिवान जी ने कहा कि, आज रात हो गई है मेडिकल कल कराया जाएगा, अभी जाकर मलहम-पट्टी करा लेना. अगले दिन शनिवार 11 जनवरी 2025 को पुलिस के बुलाने पर वह दोनों सुबह 11 बजे थाने पर गए, जिसके एक घंटे बाद विपक्षी भट्ठा मालिक मंसूर खान और उनके बड़े बेटे साहिल थाने पर आए। पुलिस ने उनको डाटा और तीसरे आरोपी दिशान को बुलाया गया. देर शाम तक दिशान के न आने पर पुलिस ने पीड़िता को और उसके पति को यह कहकर वापस भेज दिया कि जब तक दिशान नहीं आएगा बात नहीं हो पाएगी. पीड़िता ने अपने बकाया मजदूरी भुगतान रूपये 50,952 (पचास हजार नौ सौ बावन रुपया) को दिलाने की गुहार लगाते हुए पुलिस व जिला प्रशासन से न्याय व कार्रवाई की मांग की है.

 

 असंगठित कामगार यूनियन का मिला साथ

पीड़ित भट्ठा मजदूरों को मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन के महामंत्री एवं वरिष्ठ पत्रकार मंगल तिवारी ने न्याय दिलाने का भरोसा दिलाते हैं. इस सम्पूर्ण प्रकरण में श्रमायुक्त को अवगत कराते हुए श्रमिकों के बकाया भुगतान को दिलाने के साथ कार्रवाई की मांग की है.

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