उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को लेकर छिड़ी राजनैतिक रार के बीच महिला अपराधों का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है. मिर्ज़ापुर जिले के चुनार कोतवाली क्षेत्र की एक घटना ने महिला सुरक्षा के दावे को झुठलाने का काम किया है. दबंगो के खौफ से सहमी एक महिला ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए अपनी इज्जत पर मंडराते ख़तरे का हवाला देते हुए सुरक्षा और कार्रवाई की मांग की है.
चुनार कोतवाली क्षेत्र के केला वेला गांव निवासि महिला ने सोता देवी ने गांव के ही पांच लोगों को आरोपित करते हुए इज्जत पर बुरी नज़र रखने का आरोप लगाया है. उसने बताया कि उक्त लोग सरहंग एवं गोलबन्द बदमाश किस्म के व्यक्ति हैं, आये दिन पूरे क्षेत्र में इनका आतंक फैला हुआ है. 8 नवंबर 2024 को 10: बजे रात्रि को वह जब घर में अकेली थी तभी उसके गांव के ही दिवाकर व धरमू उसके दरवाजे पर आये और उसका दरवाजा तोड़ करके घर में घुस आए. महिला ने आरोप लगाया है कि, उसको गलत नियत से जमीन पर पटक दिये उसके साथ छेड़खानी करते हुए उसके बॉडी पार्ट को टच करने लगे थे. विरोध किया तो उसे बुरी तरह से मारे-पीटे तथा जान से मारने की धमकी दिये.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
महिला के मुताबिक मौके पर बहुत से लोगों ने इस घटना को देख बीच बचाव किया, तब जाकर उसकी रक्षा हो सकी है. पीड़ित महिला ने बताया कि चूंकि रात काफी हो गई थी, सुबह होने पर शिकायत करने आरोपियों के घर गई तो पुनः उन सभी ने मिल करके उसे मारा-पीटा और जान से मारने की धमकी देते हुए चांदी की सिवाड़ी, सोने को मंगल सूत्र छिन लिये हैं. आरोप है कि संपूर्ण घटना क्रम की सूचना चुनार कोतवाली पुलिस को लिखित रूप में दिए जाने के बाद भी उसकी कोई सुनवाई नहीं हो पाई है. जिससे वह दबंगो के भय से सहमी हुई है कि, कभी उसके साथ कोई अप्रिय वारदात को आरोपित अंजाम दे सकते हैं.