मिर्ज़ापुर: नाबालिग बेटी को भगा ले जाने का आरोप, तहरीर के बाद भी पड़री पुलिस नहीं सुन रही फरियाद, तो मां ने उठाया यह क़दम

Uttar Pradesh: मिर्ज़ापुर 23 नवंबर 2024 नाबालिग बेटी को भगा ले जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एक महिला कलेक्ट्रेट में हाथों में बेटी को बचाने की गुहार भरा तख्तियां लेकर धरने पर बैठ गई. जानकारी होते ही महिला को मनाने और उसे उठाएं जाने की पुरजोर कोशिश शुरू कर दी गई थीं.

मामला मिर्जापुर जिले के पड़री थाना क्षेत्र का है
उत्तर प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था को लेकर अपनी सरकार को कटघरे में खड़ी करने वाली केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं मिर्ज़ापुर की सांसद की फटकार के बाद भी जिले की पुलिस कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो पा रहा है. तहरीर की काफी लेकर फरियाद लगाते फिर रहे लोगों को कलेक्ट्रेट में पहुंच कर प्रदर्शन करने के लिए विवश होना पड़ रहा है. शनिवार को जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट परिसर में बेटे के साथ पहुंची महिला ने नाबालिग बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाते हुए बिलख पड़ी. पड़री थाना क्षेत्र के लोकापुर गांव निवासि
पान कुमारी पत्नी सुखरन बिन्द ने कुछ लोगों पर नाबालिग बेटी को भगा ले जाने का आरोप लगाया है.

पीड़िता के मुताबिक उसकी बेटी सुमन बिन्द 16 वर्ष को 16 नवंबर 2024 की रात्रि को पड़री थाना क्षेत्र के ही भोजपुर पहाड़ी गांव निवासी रोशन विश्वकर्मा, विक्की विश्वकर्मा, प्रिंस विश्वकर्मा पुत्र जवाहिर विश्वकर्मा व सत्यदेव विश्वकर्मा उसके घर के पास आकर उसकी पुत्री को प्रेमपाश में बहला फुसलाकर भगा ले गये हैं. काफी खोजने के बाद कहीं पता नहीं चला तो थाना पड़री को उसी दिन तहरीर दे दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है, न ही उनकी तहरीर दर्ज़ की गई है. पीड़िता का कहना रहा कि एक तरफ सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद कर रही है, वहीं दबंगो मनबढ़ों और मनचलों की हरकतों पर लगाम कसने को कौन कहें, शिकायत किए जाने के बाद भी न कार्रवाई हो रही है ना ही तहरीर दर्ज़ हो पा रही है.

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