मिर्ज़ापुर: उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों ख़ासकर यूपी-बिहार के सरहदी जनपदों में पशु तस्करी बेख़ौफ़ होकर जारी है. पुलिस को चकमा देने के लिए पशु तस्कर पैंतरा बदल कर पशु तस्करी को अंजाम दे रहे हैं.
शनिवार को मिर्ज़ापुर पुलिस ने ऐसे ही एक पशु तस्कर गैंग का खुलासा किया तो पुलिस की भी आंखें फटी की फटी रह गई. इस दौरान मिर्ज़ापुर जिले की थाना पड़री पुलिस ने स्कॉर्पियो में क्रूरता पूर्वक बांधकर ले जाये जा रहे कुल 04 गोवंशो को बरामद किया है.
मिर्ज़ापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा के निर्देशन में रक्षाबंधन पर्व को लेकर पुलिस टीम भ्रमणशील थी कि इसी दौरान थाना पड़री क्षेत्रान्तर्गत पचोखरा बिल्डिंग मैटेरियल दुकान के पास संदिग्ध व्यक्तियों, वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही थी.
पुलिस द्वारा की जा रही सघन चेकिंग को देखकर कुछ दूरी पर सिकरी इमरती की तरफ से आ रहे एक सफेद स्कॉर्पियो सवार 2 व्यक्ति रेलवे अण्डर पास के नीचे बरसाती पानी में स्कॉर्पियो वाहन को खड़ी करके नीचे उतरकर भागे. पुलिस द्वारा संदिग्ध वाहन स्कॉर्पियो अंकित वाहन संख्या- UP61AR4912 की तलाशी ली गयी तो उसमें क्रूरता पूर्वक बांधकर ले जाये जा रहे कुल 04 गोवंशो को बरामद किया गया। बरामद हुए गोवंशों के चिकित्सीय परीक्षणोपरान्त बृहद् गोशाला सिंधोरा में दाखिल कराया गया है। गौरतलब हो कि मिर्ज़ापुर जिले के जंगली व पहाड़ी इलाके जहां दशकों से पशु तस्करों के लिए मुफीद होते आएं हैं. अब जब पुलिस की जकड़ बढ़ी है तो पशु तस्करों ने तस्करी करने का तरीका बदलते हुए लग्जरी और छोटे वाहनों को इस्तेमाल में लेना शुरू कर दिया है ताकि वह आसानी से पुलिस की नजरों से बच निकले.
पुलिस टीम पर हो चुका है हमला
मिर्ज़ापुर-सोनभद्र जनपदों से होते हुए चंदौली जनपद की सीमा से पार होकर पशु तस्कर बिहार के रास्ते आगे बढ़ जाते हैं. गौर करें तो पूर्व में मड़िहान, अहरौरा के जंगलों में पुलिस टीम पर पशु तस्कर हमला भी बोल चुके हैं. तकरीबन एक दशक पूर्व अदलहाट थाना प्रभारी के पुलिस वाहन को पशु तस्करों ने अपने वाहन से धक्का मारकर पलटने तक का प्रयास कर चुके हैं.