Vayam Bharat

मिर्ज़ापुर: रेबीज इंजेक्शन का 50 रुपए वसूले, फिर बोले कहीं भी करो शिकायत नहीं पड़ता फर्क

उत्तर प्रदेश सरकार भले ही स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और भ्रष्टाचार मुक्त शासन-प्रशासन की परिकल्पना को साकार करने की बातें करें, लेकिन कुछ सरकारी मुलाजिम मानों सरकार की मंशा पर पानी फेरते हुए वह अपनी ही मनमर्जी और हुकूम चलाएं हुए हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के अति पिछड़े इलाके मड़िहान तहसील क्षेत्र के न्यू प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोपलपुर का सामने आया है. जहां का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति से रैबिज इंजेक्शन के ऐवज में पचास रुपए लिए जाने का आरोप लगाया जा रहा है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक मड़िहान तहसील क्षेत्र के हिनौता गांव निवासी धर्मेंद्र अपने पुत्र को कुत्ता काटने पर रैबिज इंजेक्शन लगवाने मंगलवार को न्यू पीएचसी गोपालपुर गये हुए थे. जहां 50 रुपये लेने के बाद इंजेक्शन लगाया गया. आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के आगे वह (पीड़ित का पिता) गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी. हालांकि मामला संज्ञान में आने पर तथा पीड़ित की शिकायत पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है. दूसरी ओर इस प्रकरण का वीडियो वायरल होने के बाद उक्त स्वास्थ्य केंद्र पर हड़कंप मचा हुआ है. बचाव के लिए पीड़ित परिवार को मनाने व आगे न जाने की मान-मनौव्वल की जा रही है.

आश्चर्य की बात है कि इस मामले को लेकर जब कुछ प्रबुद्धजनों ने इसका विरोध करते हुए रैबिज इंजेक्शन का मुफ्त होना बताया तो बड़े ही निडरतापूर्वक मौके पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा दलील दी गई है कि, यह पैसा हम नहीं स्टोर्स वाला पैसा लेता है, जहां से यह आता है. उच्चाधिकारियों से शिकायत किए जाने पर वह कहते सुने जा रहें हैं कि कोई बात नहीं किसी से भी शिकायत करिए जाकर जो हो रहा है वह होता रहेगा. इस मामले से संबंधित एक वाइस रिकार्ड भी वायरल हो रहा है जो मड़िहान के गोपालपुर पीएचसी के वार्ड बॉय का बताया जा रहा है उसमें वह मीडिया के लोगों पर तोहमत मढ़ते हुए सुनाई दे रहे हैं. गौरतलब हो कि मिर्ज़ापुर का मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और इलाके के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपनी व्यवस्थाओं से कहीं ज्यादा मनमानी अराजकता और अव्यवस्थाओं को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं.

पूर्व में मड़िहान स्वास्थ्य केंद्र में एक स्थानीय पत्रकार के पिटाई का भी मामला सामने आया था. जिसका वीडियो वायरल होने के बाद पत्रकारों ने आक्रोशित होकर जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया था. इसी प्रकार कई अन्य मामले भी सामने आएं हैं जो स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और मनमानी को बताने के लिए काफी रहें हैं.

Advertisements