मिर्ज़ापुर: सुप्रीम कोर्ट समेत सभी मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी के बाद भी विख्यात विंध्यचाल देवी धाम में बड़ी लापरवाही बरती जा रही है. धमकी के बाद भी सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी लापरवाही देखने को आ रही है. मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते और गेट पर धमकी के बाद भी कोई चेकिंग नहीं हो रही है. चेकिंग के नाम पर महज़ खानापूर्ति की जा रही है.
देश सहित विदेश में विख्यात मां विंध्यवासिनी देवी का धाम लाखों लाख भक्तों के अटूट आस्था और विश्वास का पावन पवित्र धाम है, जहां वर्ष के दोनों नवरात्रों सहित विशेष पर्व त्यौहार पर लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है. जबकि अन्य दिनों में हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ होती है. आस्था यहां की ऐसी है कि काफी संख्या में भक्त पूरे परिवार के साथ यहां आते हैं दर्शन पूजन के लिए तो कुछ मन्नतें लेकर आते हैं. मन्नतें पूरी होने पर पुनः दर्शन पूजन करना नहीं भूलते हैं.
काशी और प्रयागराज के बीच स्थित विंध्याचल मंदिर का महात्म्य महत्व रखता है. अयोध्या काशी की तर्ज पर विंध्याचल मंदिर को भी विंध्य कारिडोर परियोजना के तहत मूर्त रूप दिया जा रहा है, जिसका जल्द ही उद्घाटन भी होने वाला है. विंध्य कारिडोर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है, सो इसे साकार करने के लिए दिन रात काम होता है कारिडोर का अधिकांशतः कार्य भी पूरे हो चुके हैं. कार्य की प्रगति को आंकने के लिए निरन्तर जहां प्रशासन के लोगों का आना-जाना और निरीक्षक का क्रम लगा रहता है तो खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार विंध्य कारिडोर परियोजना का निरीक्षण करने आ चुके हैं. विंध्य कारिडोर बनने के बाद विंध्याचल मंदिर की दिव्यता अलौकिक होने के साथ देखते ही बनती है, यही वज़ह है कि, पहले की अपेक्षा यहां भक्तों की भीड़ बढ़ चली है. ऐसी स्थिति में मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी लापरवाही का होना सुरक्षा व्यवस्था के लिए चूक ही कहा जाएगा.
बताया जा रहा है कि रूटीन पुलिसकर्मियों के अलावा मंदिर पर अभी तक कोई चेकिंग दस्ता नहीं पहुंचा है. मंदिर में लगे ज्यादातर मेटल डिटेक्टर भी अव्यवस्थित हालत में हैं. विंध्य पंडा समाज से जुड़े हुए लोगों की मानें तो सुप्रीम कोर्ट सहित सभी मंदिरों को उड़ानें की धमकी के बाद विंध्याचल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही बरती जा रही, ढ़िलाई बड़ी चूक साबित हो सकती है, इस पर उच्चाधिकारियों को ध्यान देना चाहिए. दूसरी ओर विंध्याचल कोतवाली पुलिस का कहना है कि, मंदिर सहित गंगा घाट और मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर पुलिस की नज़र है यदि कहीं कमी है तो तो उसे तत्काल सुव्यवस्थित करने के साथ सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी की जा रही है.