मिर्ज़ापुर: अयोध्या-काशी की तर्ज पर विकसित किए जा रहे विंध्य कारिडोर में एक न एक लापरवाही सामने आ जा रही है, जिससे यहां आने वाले भक्तों के लिए यह लापरवाहियां कभी बड़ी घटना का भी रूप ले सकती हैं, ऐसी आशंका जताई जा रही है. सोमवार को विख्यात देवी धाम विंध्याचल मंदिर में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जिसे मौके पर मौजूद पुरोहितों एवं पुलिस जवानों ने तत्परता बरतें हुए काबू कर लिया है वरना कुछ भी अप्रिय घटना घट सकती थी. दरअसल, सोमवार को दिन में विंध्यवासिनी मंदिर पर अचानक आग लग गई, जो देखने ही देखते विकराल रूप धारण कर ली थी. मंदिर में आग लगने और और आग की उठती लपट को देख अफरा-तफरी मच गई. हो तो भला हो मौके पर मौजूद विंध्याचल मंदिर के पुरोहितों और पुलिस के जवानों का जिन्होंने तत्परता बरततें हुए आग पर किसी प्रकार से काबू पाते हुए उसे बुझाने में सफलता पा ली अन्यथा एक बड़ी घटना को होने से इन्कार नहीं किया जा सकता था.
बताते चलें कि विंध्याचल के विंध्य कारिडोर में भव्य हवन कुंड बनने के बाद भी मंदिर पर कपूर दीपक जलाए जाते है. जबकि इसकी पूरी तरह से मनाही है. बावजूद इसके हवन कुंड में कपूर दीपक न जलाकर मंदिर में ही दीपक और कपूर जलाएं जा रहें हैं जिससे बराबर आग लगने का अंदेशा बना हुआ रहता है.
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सपनों वाले ड्रीम प्रोजेक्ट्स में शामिल विंध्य कारिडोर परियोजना के उद्घाटन को लेकर अधिकारी जहां जल्द से जल्द इसे पूरा करने की पूरजोर कोशिशों में लगे हुए हैं वहीं उद्घाटन से पहले ही एक न एक खामियां और लापरवाहियों के सामने आने से यहां की व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे हैं.