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मिर्ज़ापुर: क्या आपने ऐसा सुना है एक मौत…,दो दाह संस्कार, नहीं तो जाने ऐसा कैसे हुआ जो बन गई कहानी

 

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मिर्ज़ापुर: क्या मुर्दा भी गायब हो सकता है, जी हां! हैरान होने बात नही है ऐसा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में हुआ है. दरअसल, पूरा वाकया कुछ इस प्रकार से है, मिर्जापुर जिले के मुर्दाघर (पोस्टमार्टम हाउस) से लापता शव के लिए मध्य प्रदेश के सिंगरौली से आये परिजन हलकान रहे. बाद में बिना शव लिए वह बैरंग वापस घर लौट गये.

पड़री थाना क्षेत्र के पुतरिहा ग्राम निवासी 24 वर्षीय गुलेश बिंद की जगह उसके परिजन सिंगरौली निवासी अमिश का दाह संस्कार कर दिये. शनिवार को सिंगरौली से आये परिजनों ने मुर्दा (शव) न मिलने पर मुर्दा गायब होने का आरोप लगाया. पुलिस ने परिजनों को श्मशान घाट तक घुमा कर अंतिम संस्कार हो जाने की जानकारी दी. इसके बाद लोग सिंगरौली वापस लौट गये. उधर गुलेश बिंद का शव लेने के लिए आज परिजन फिर पोस्टमार्टम हाउस शव लेने पहुंचे थें. पड़री थाना क्षेत्र में गुरुवार को सड़क हादसे में गुलेश बिंद की मौत हो गई थी. जबकि चुनार थाना क्षेत्र में ट्रेन से गिरकर 2 जनवरी को हादसे का शिकार हुए मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपद जरहा गांव के निवासी 24 वर्षीय अमिश कुमार गुप्ता का डेथ बॉडी पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया था.

बताया गया कि, पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे गुलेश के परिजनों ने शव का शिनाख्त किया. पोस्टमार्टम के बाद वह शव लेकर अंतिम संस्कार कर दिया. इस दौरान किसी ने उसका चेहरा नहीं देखा. शनिवार को मध्य प्रदेश सिंगरौली के जरहा गांव निवासी अमिश के परिजन चुनार थाने पहुंचे तो शव गायब था. जबकि चुनार थाना पर फोटो से अमिश का शिनाख्त कराया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम हाउस में शव रखे जाने की जानकारी दी.

शनिवार को परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो उन्हें अनिश का शव नहीं मिला. मुर्दाघर से मुर्दा गायब होने पर परिजनों ने पुलिस के अधिकारियों से वार्ता किया. जिसमें जांच आरंभ की गई. इस दौरान पता चला कि पड़री क्षेत्र के लोगों ने अपने परिवार के सदस्य के बजाय सिंगरौली निवासी मृतक अमिश का शव ले जाकर उसका अंतिम संस्कार चौबे घाट में कर दिया था. मुर्दा गायब होने पर हंगामा मचा तो सारा मामला सामने आया. रविवार को पोस्टमार्टम हाउस में गुलेश का शव परिजनों का इंतजार करता रहा. रविवार को पोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे परिजन 3 दिन में दूसरी बार दाह संस्कार की तैयारी में लगे हैं. एक मौत और दो बार दाह संस्कार करने वाले परिजनों ने इसे पोस्टमार्टम हाउस के कर्मियों की गलती बताया.

लुधियाना में काम करने वाला चार भाईयों में सबसे बड़ा अमिश कुमार गुप्ता ट्रेन से अपने घर लौट रहा था. सिंगरौली निवासी अमित को 3 जनवरी की सुबह रेनुकूट स्टेशन पर ट्रेन से उतर जाना था. इसके पहले ही वह चुनार थाना इलाके में हादसे का शिकार हो कर ट्रेन से गिर कर हादसे का शिकार हो गया था. शव बदल जाने के लिए पोस्टमार्टम हाउस के कर्मी जिम्मेदार है. सिंगरौली से शव लेने के लिए पहुंचे परिजन बॉडी न मिलने से हलकान रहे. दूसरे परिवार के द्वारा शव का अंतिम संस्कार किए जाने की जानकारी मिलने पर वह खाली हाथ अपने घर को लौट गए.

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