मिर्जापुर : विख्यात देवी धाम विंध्याचल देवी धाम में मां विंध्यवासिनी देवी के दर्शन-पूजन के लिए रविवार को लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। वैसे भी प्रमुख पर्व त्यौहार के अलावा अवकाश के दिनों में मां विंध्यवासिनी देवी धाम में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ता है, लेकिन इस बार महाकुंभ मेला के मद्देनजर देश के कोने-कोने से आस्थावानों की भीड़ उमड़ पड़ी है, ऐसे में धाम क्षेत्र से लेकर गंगा घाटों, अष्टभुजा पहाड़ी भक्तों से गुलजार है. महाकुंभ मेला में आए हुए भक्तों की भीड़ विंध्याचल देवी की धाम की ओर बढ़ चली है. सो, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन की भाग-दौड़ तेज़ हो उठी है. रविवार को महाकुंभ मेले में बढ़ी भीड़ और विंध्याचल में आए हुए काफी संख्या में श्रृद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए तथा उन्हें अच्छी सुविधा मुहैया कराने के लिए संयुक्त रूप से मंडलायुक्त व डीआईजी ने स्वयं सड़क पर उतरकर निरीक्षण करते हुए पुरानी वीआईपी मार्ग व विंध्य कॉरिडोर परिसर का जायजा लिया. इस दौरान ड्यूटी प्वाइंट पर लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को मां के भक्तों के साथ सहजता और सरलता के साथ मधुर व्यवहार करने के लिए भी दिशा निर्देश दिये गए.
*पुलिस के गलत डाइवर्जन के चलते विंध्यधाम के दुकानदार मायूस
महाकुंभ मेला के दौरान विन्ध्यधाम में प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है, परन्तु पुलिस द्वारा जो डाइवर्जन नीति अपनाई गई है उसके प्रभाव से मंदिर के पूर्वी क्षेत्र के दुकानदारों में काफी मायूसी देखी जा रही है. दर्जनों दुकानदारों ने बातचीत के दौरान बताया कि सारे वाहनों को मंदिर के पश्चिम की तरफ पुरानी व्हीआईपी मार्ग पर भेजा जा रहा है, जबकि पूर्वी क्षेत्र में बरतर के आसपास लगभग आधा दर्जन बड़े बड़े वाहन पार्किंग स्थल हैं जो काफी हद तक खाली पड़े रहते है. दूधनाथ तिराहा के बाहर से ही पुलिस ने अवरोधक लगा रखा है जिसके चलते इस क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश नहीं हो पा रहा है. विन्ध्याचल मेला क्षेत्र में लगभग साठ फीसदी दुकानें मंदिर के पूर्वी क्षेत्र में ही स्थित है. भारी भरकम किराए के बोझ से दबे दुकानदारों को महाकुंभ मेला से काफी अपेक्षाएं थी, पर पुलिस द्वारा अपनाई गई डाइवर्जन नीति ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
यही हाल विंध्याचल अमरावती चौराहे का है भीड़ बहुत देखने को मिल रही है. मंदिर के आसपास दुकानदारों को कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है. दुकानदारों का कहना है कि दो-तीन दिन का मार्केट है इसके बाद भीड़ छट जाएगी, ऐसे में उन्हें दुकानों का किराया निकाल पाना भी मुश्किल हो उठा है.
गौरतलब हो कि पूर्वोत्तर राज्यों, पूर्वी राज्यों एवं दक्षिणी-पश्चिमी राज्यों की श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में गाड़ियां मिर्ज़ापुर जिले से होकर महाकुंभ प्रयागराज की ओर निकल रहीं हैं. ऐसे में शनिवार की देर शाम से ही वाहनों का लंबा जाम लगा हुआ है.
बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ इत्यादि राज्यों से लोगों की भीड़ महाकुंभ प्रयागराज के लिए मिर्ज़ापुर के रास्ते जा रही हैं. सो वाहनों की लंबी भीड़ से कई मार्गों पर जाम की समस्या गंभीर हो गई है.