मिर्जापुर : सभासद ऐसे भी हैं जिन्हें मोहल्ले के सार्वजनिक आम रास्ते को दबंगों से कब्जा मुक्त कराने के लिए न केवल अधिकारियों के चौखट पर दौड़ लगानी पड़ रही है. बल्कि उन्हें धमकियां भी मिल रही है. बावजूद इसके अभी तक इस मामले में न तो स्थानीय प्रशासन की सक्रियता दिखाई दे रही है ना ही नगर पालिका परिषद की जिसका परिणाम यह है कि सभासद सहित मुहल्ले के लोगों ने जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराते हुए दबंगों के कब्जे से आम रास्ते, तालाब को मुक्त कराते हुए आवागमन सुचारू रूप से चालूं करायें जाने की मांग की है.
मिर्ज़ापुर नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत वार्ड नम्बर 09 शिवाला महंत में आराजी नंबर 470 में पुराना तालाब एवं आम रास्ता है जो मुसहर बस्ती से होते हुए बिंद बस्ती सबरी नैपुरवा मुख्य मार्ग को जाता है. स्थानीय रहवासियों के मुताबिक यह रास्ता सैकड़ों साल पुराना है जिस पर कुछ दबंग और अपराधी प्रवृत्ति के लोगों ने अवैध तरीके से तार व खंभा खड़ा कर अवैध कब्जा कर लिया है जो आगे भी जारी है.
दबंगों में सदर तहसील के आउटसाइडर भी, दस्तावेजों में हेराफेरी की आशंका
मुहल्ले के सभासद रतन कुमार बिंद बताते हैं कि कब्जा करने वाले लोग दबंग और गोलबंद हैं. जिनमें से कुछ मिर्ज़ापुर सदर तहसील में आउटसाइडर तथा लेखपाल के सहायक के रुप में कार्य करतें हैं. ऐसी आशंका जताई गई है कि यह लोग अवैध तरीके से सरकारी दस्तावेजों से छेड़छाड़ करते हुए फ़ाइलों से मोहल्ले के कागजातों में हेराफेरी करते हुए कुछ भी कर करा सकते हैं. गौरतलब हो कि पूर्व में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक आदेश में साफ निर्देश दिया था कि किसी भी सरकारी ख़ासकर तहसील, ब्लाकों में कोई भी बाहरी व्यक्ति न दिखाई देने चाहिए, लेकिन इसका साफ उलंघन होता दिखाई दे रहा है.
कब्जा होने से नाली सीवर का काम पड़ा बाधित
सभासद रतन कुमार बिंद ने जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में बताया है कि दबंगों द्वारा आम रास्ता कब्जा कर लिए जाने से नगर पालिका अन्तर्गत मोहल्ले में होने वाले रास्ता, नाली सीवर का काम नहीं हो पा रहा है. सभासद के मुताबिक कब्ज़ा करने वाले लोगों के आतंक से कार्य में बाधा उत्पन्न हो रहा है. जिनके खिलाफ तमाम शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं हो पा रही है, जिससे इनके हौसले बुलंद बनें हुए हैं. सभासद ने जिलाधिकारी से गुहार लगाते हुए दबंगों के कब्जे से आम रास्ता,तालाब को मुक्त कराने की मांग की है, ताकि मार्ग निर्माण कार्य के साथ तालाब के सुंदरीकरण इत्यादि का कार्य नगर पालिका के नियमानुसार हो सकें.