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मिर्ज़ापुर: लाखों के लागत से बना कुंडा कचरा केन्द्र बना निष्प्रयोज्य, ज़िम्मेदारों ने भी साधा मौन…

 

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मिर्ज़ापुर : गांव को स्वच्छ बनाए रखने और कूड़ा कचरा को एकत्र करने के लिए गांवों में बना कूड़ा-कचरा केन्द्र निष्प्रयोज्य बना हुआ व्यवस्था को मुंह चिढ़ाता हुआ दिखाई दे रहा है. आश्चर्य की बात है कि ज़िम्मेदारों ने भी इस ओर से मौन साध लिया है.

मिर्ज़ापुर जिले के हलिया विकास खंड में स्वच्छ भारत अभियान के तहत लाखों रुपए खर्च कर कूड़ा कचरा निस्तारण केन्द्र बनाए गए थे. मक़सद था गांवों से निकलने वाले कूड़े को इकठ्ठा कर उसका डिस्पोजल कर खाद बनाकर बिक्री से पंचायत की आय बड़ाई जाएगी, लेकिन विकास खंड के अधिकांश निस्तारण केन्द्रों पर लटके ताले योजना को मुंह चिढ़ा रहे है.

 

नौगवां ग्राम सभा में 2023 में सात लाख के लागत से बना कूड़ा-कचरा केन्द्र सचिव और ग्राम प्रधान के लापरवाही से निष्प्रयोज्य बना हुआ है. अपशिष्ट प्रबंधन केन्द्र का संचालन न होने से गांव में सड़क किनारे व घरों से इकट्ठा होने वाले कचरे से निजात दिलाने के लिए सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव में कूड़ा निस्तारण केन्द्र का निर्माण कराया था. ग्राम सभा में जगह-जगह कचरे का ढेर लगा हुआ है.

 

कूड़ा-कचरा केन्द्र में ताला लटका होने से इसका लाभ गांव वालों को नहीं मिल पा रहा है. गांव वालों का कहना है की ना तो गांव से कूड़ा कलेक्शन किया जा रहा है ना ही निस्तारण केन्द्र पर खाद बनाने की प्रक्रिया ही अपनाईं जा रही है. वहीं इस संबंध में एडीओ पंचायत रूपेश श्रीवास्तव ने बताया की अगर कूड़ा निस्तारण केन्द्र में ताला लटका मिला तो ज़िम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. अब तक कितने लोगों पर कार्रवाई की गई है के सवाल पर वह भी चुप्पी साध लेते हैं.

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