मिर्ज़ापुर: शिक्षा विभाग में नौकरी व इंटरव्यू के नाम पर ऐंठ ली थीं रकम, पुलिस ने किया गिरफ्तार तो खुलीं पोल

मिर्ज़ापुर: जिले की पुलिस ने एक ऐसे गैंग का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जो सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने का भरोसा दिला लोगों को लूटने का काम करते थें. मंगलवार को मिर्ज़ापुर जिले की कटरा कोतवाली थाना पुलिस ने फर्जी नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

दरअसल, कटरा कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी के रहने वाले रोहन मिश्र पुत्र सृष्टि नारायण मिश्र ने में 23 अगस्त 2025 को
नामजद तहरीर देकर अपनी की पत्नी का शिक्षा विभाग में संविदा के विभिन्न पदों पर नौकरी दिलाने व इंटरव्यू के नाम पर धोखे से पैसा मांगने के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी गयी थी. तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना प्रारम्भ की गई थीं.

 

इस संपूर्ण मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने घटना को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में थाना प्रभारी कोतवाली कटरा को सख़्त निर्देश दिए थे. पुलिस टीम द्वारा 26 अगस्त 2025 को मुखबिर की सूचना पर क्षेत्र से नामजद आरोपी अश्वनी कुमार पुत्र स्वर्गीय उमाशंकर निवासी ग्राम दूनैया पाण्डेय पोस्ट हरिहरपुर बेदौली थाना पड़री व दीपचन्द्र कश्यप पुत्र शंकर लाल निवासी ग्राम लखनपुर थाना चील्ह को धारा 318(4), 319(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस में गिरफ्तार किया गया. जिनके कब्जे से 39900 रूपये व 4 मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है. जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.

गिरफ्तार दीपचंद और अश्वनी ने पुलिस की पूछताछ में बताया गया कि उनके अन्य साथी भी है, जिनके द्वारा वह गिरोह बनाकर कर्मयोगी पोर्टल पर रजिस्टर्ड लोगों के डाटा प्राप्त कर संविदा के विभिन्न पदों पर नौकरी की फर्जी तीन सूची तैयार किये थे, जिसमें मीरजापुर व आसपास के जनपदों के अभ्यर्थीयों के नाम सम्मलित हैं. प्रत्येक सूची में क्रमशः 1171, 54 व 93 (कुल-1318) अभ्यर्थियों के नाम थे. इन लोगों द्वारा इस प्रकार कुल 1 करोड़ रूपये की वसूली का टार्गेट तय किया गया था.

फर्जी सूची के आधार पर अभ्यर्थियों से जरिये फोन सम्पर्क कर के नौकरी में नियुक्ती की फर्जी खबर बताकर इंटरव्यू का टोकन मनी के नाम पर पैसे की ठगी करते थे. इस प्रकार हम इन लोगों द्वारा अब तक कुल 1.5 लाख रूपये की वसूली किया जा चुका है. बताया कि उनके गैंग का मुख्य सदस्य लखनऊ के गोमती नगर में फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक कम्पनी का रजिस्टेशन करा रखा है. इस प्रकार से अवैध कार्यों को कर के वह लोगों द्वारा प्राप्त धन को आपस में बाट लेते हैं. अपर पुलिस अधीक्षक नगर के मुताबिक इनके बारे में और भी जानकारी एकत्र की जा रही है.

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