मिर्ज़ापुर: भारत देश के प्रधानमंत्री के 75वें जन्म दिवस के अवसर पर मिर्जापुर स्थित मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर शोभा गौड़ ने नेक पहल करते हुए 100 टीबी प्रभावित मरीजों को गोंद लेकर उन्हें पोषक पोटली भेंट किया है. 17 सितम्बर 2025 को विकास खंड पटेहरा सभागार कक्ष में पोषण पोटली भेंट करते हुए टीबी मरीजों को गोद ले उन्होंने कहा कि समाज के सभी लोगों को टीबी मरीजों को प्रेरणा और प्रेरित करने की जरुरत है, ताकि यह अपने को उपेक्षित महसूस न करें.
मां विंध्यवासिनी विश्व विद्यालय की कुलपति ने मरीज में साहस भरते हुए कहा कि आप सभी अपने को अकेला मत समझिएगा, आपके सहयोग में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ मेरा विश्वविद्यालय भी साथ है. उन्होंने मरीज को नियमित दवा व अपने खान-पान पर विशेष ध्यान रखने का सुझाव देते हुए आश्वासन भी दिया कि विश्वविद्यालय की तरफ से आप सभी को पूरे इलाज अवधि तक उक्त सहयोग हर महीने देने का प्रयास किया जाता रहेगा.
बाल और नाखून को छोड़ किसी भी अंग को कर सकता है प्रभावित
जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ओझा द्वारा बताया गया कि यह रोग शरीर के नाखून और बाल को छोड़कर किसी भी अंग को प्रभावित करने की क्षमता रखता है. इसलिए आप सभी दवा का सेवन नियमित समय से करते रहें, जिससे कि आप अति शीघ्र इस रोग पर विजय प्राप्त कर सकें.
कार्यक्रम का संचालन कर रहे क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा सभागार में उपस्थित समस्त लोगों को टीबी के लक्षणों से एवं सरकारी स्तर से दी जा रही सभी नि:शुल्क सुविधाओं की जानकारी विस्तार पूर्वक देते हुए मरीजों से आग्रह किया कि आप सभी स्वस्थ होने के पश्चात टीबी चैंपियन के रूप में अपने आसपास के लोगों को टीबी रोग के प्रति जागरुक करते हुए लक्षण प्रभावित संदिग्ध मरीजों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र तक भेजने का सराहनीय प्रयास जरूर करें. जिससे कि हमारा देश जल्द से जल्द टीबी मुक्त देश के श्रेणी में आ सके.
कार्यक्रम में संबन्धित विश्वविद्यालय के कुल सचिव रामनारायण के साथ-साथ पीएचसी प्रभारी डॉक्टर अभिषेक जायसवाल, डिस्टिक कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव, एसटीएस अजीत सिंह, परामर्शदाता जेड अहमद, एसटीएलएस मिथलेश कुमार आदि मौजूद रहे.