उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ख़ासकर पुलिस की कार्यशैली को लेकर प्रदेश में यूं ही उंगलियां नहीं उठ रही हैं. हालात ऐसे हो गए हैं कि, लोगों को थानों से निराश होकर लौटना पड़ रहा है. ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत कुरकुठियां गांव का बताया जा रहा है, जहां सोमवार को देर रात गांव के दबंगो ने अपना दल एस के सेक्टर प्रभारी अजय पटेल को न केवल बुरी तरह से मारपीट कर मरणासन्न कर दिया, बल्कि घर में घुसकर महिला से अभद्रता करते हुए उनकी बेटी को भी अगवा करने का असफल प्रयास किया है.
आरोप है कि इस मामले की सूचना पुलिस को दिए जाने के बाद भी जहां कोई कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई है, वहीं घायल को मंडलीय अस्पताल में रात में भर्ती कराएं जाने के बाद बेहतर उपचार तो दूर किसी ने झांकना तक भी गंवारा नहीं समझा है. पीड़ित परिवार की पुलिस द्वारा कोई सुनवाई न होने और अस्पताल में भी जस तस की स्थिति में बने होने की शिकायत और सम्पूर्ण घटनाक्रम की जानकारी जैसे ही केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद अनुप्रिया पटेल को हुई वह पूरे लाव-लश्कर के साथ मंगलवार को मंडलीय अस्पताल में धमक पड़ी.
इस दौरान उन्होंने मौके पर मौजूद क्षेत्राधिकारी सदर सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाते हुए पुलिस की लचर कार्यप्रणाली पर असंतोष जताते हुए सवाल किया कि, चौबीस घंटे से ज्यादा समय बीत चुके हैं, दबंग बदमाश घर में घुसकर किसी को मारपीट कर हड्डी पसली तोड़ दे रहे हैं, बेटी को अगवा करने का दुस्साहस किया गया, लेकिन पुलिस अभी तक हाथ पर हाथ धरे बैठी हुई है.
केन्द्रीय राज्यमंत्री ने सख़्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि, यदि दो घंटे के अंदर कार्रवाई न हुई तो देखिए मैं क्या करती हूं. उन्होंने स्पष्ट रुप से जिले की पुलिस की कार्यशैली को लेकर मुख्यमंत्री को अवगत कराने की बात कहते हुए मंडलीय अस्पताल के सीएमएस इत्यादि को भी जमकर फटकार लगाई है.