मिर्ज़ापुर: यूपी के मिर्जापुर जिले के एक स्कूल के छात्रों ने तकनीक का इस्तेमाल कर रावण के पुतले का दहन किया है. मोबाइल के व्हाट्सएप पर जय श्री राम लिखते ही रावण का पुतला जलने लगता है. छात्रों के मुताबिक प्रारंपरिक रावण के पुतले का दहन जब किया जाता है तो लोग कई बार चोटिल हो जाते हैं. इस तकनीक से कोई चोटिल भी नहीं होगा. आसानी से दूर बैठेकर रावण के पुतले का दहन किया जा सकता है.
मोबाइल के व्हाट्सएप पर जय श्री राम लिखते हैं, ग्राउंड में खड़े 4:30 फीट रावण का पुतला जलने लगता है-
पूरे भारतवर्ष में विजयदशमी का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन जगह जगह रावण दहन किये जाते है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे रावण दहन को दिखाने जा रहे हैं जहां मोबाइल के व्हाट्सएप पर जय श्री राम लिखते ही रावण जलने लगता है. हम बात कर रहे मिर्जापुर जिले के मझवां ब्लॉक के स्वामी विवेकानंद एकेडमी में पढ़ रहे छात्रों का, कक्षा 11वीं के 9 छात्रों ने ऐसा अनोखा यंत्र तैयार किया है, मोबाइल के व्हाट्सएप पर जय श्री राम लिखते हैं ग्राउंड में खड़े 4:30 फीट रावण का पुतला जलने लगता है.इसका कारण काफी खास है जिसको स्वामी विवेकानंद एकेडमी के छात्र कौशिक पांडेय बता रहे हैं एक बार रावण दहन हो रहा था वहां पर हम टीम के लोग देखने गए थे. रावण के पुतले के दहन के समय कई लोग चोटिल हो गए थे. तभी मन में सवाल आया कि एक ऐसे यंत्र का आविष्कार किया जाए कि रावण की पुतले के पास में न जाकर जलाया जाए दूर से ही रावण को जला दिया जाए और कोई जनहानि ना हो. इसी को देखकर इसे तैयार किया है.
छात्रों ने 10 दिन की कड़ी मेहनत कर 16 हजार रुपये खर्च कर शिक्षकों की मदद से तैयार किया-
रामायण में रावण को नकारात्मक दिखाया गया है मगर रावण का रोल भी एक महत्वपूर्ण है. अधर्म का साथ दिया जिसके कारण प्रभु श्रीराम की हाथों उसकी मृत्यु हुई. नही तो रावण बहुत बलशाली और ज्ञानी था. उसे कोई मार पाता. इस बार 2 अक्टूबर को दशहरे के पर्व मनाया जाएगा. जगह जगह हो रहे रामलीला मंचन खत्म होने के बाद राम रावण की लड़ाई होगी है इसके बाद बने रावण के पुतले को जलाया जाएगा. जलाते समय कई बार लोग चोटिल भी हो जाते हैं लेकिन इन छात्रों ने मोबाइल फोन, स्पार्क सेंसर, रिसिवर ट्रांसमीटर, बैटरी इत्यादि का इस्तेमाल कर ऐसा यंत्र बनाया है कि दूर से बैठकर रावण के पुतले को जलाया जा सकता है. इसके लिए छात्रों ने 10 दिन की कड़ी मेहनत कर 16 हजार रुपये खर्च कर शिक्षकों की मदद से तैयार किया है. इससे न कोई चोटिल होगा न ही कोई जनहानि होगी.
पुतले में लगे यंत्र ने स्पार्क उत्पन्न होता और पुतला धू-धू कर जलने लगता है-
विद्यालय के निदेशक विनोद कुमार उपाध्याय और विद्यालय के प्रधानाचार्य ऋषिकांत उपाध्याय ने बताया कि बच्चों ने एक ऐसा यंत्र तैयार किया है जिसमें मोबाइल को रिमोट कंट्रोल की तरह उपयोग किया गया है.रावण के पुतले के पास एक मोबाइल फोन को विशेष डिवाइस से जोड़ा गया और दूसरा मोबाइल छात्रों के पास रखा गया. जैसे ही उस मोबाइल पर “जय श्री राम” का मैसेज भेजा जाता है, एक इलेक्ट्रिक सिग्नल के माध्यम से रावण के पुतले में लगे यंत्र ने स्पार्क उत्पन्न होता और पुतला धू-धू कर जलने लगता है.विद्यार्थियों ने अपने नवाचार और तकनीकी कौशल का परिचय दिया है. पहली बार देखा है कि दूर से ही रावण जल जा रहा है.भविष्य में यह कहां-कहां इस्तेमाल किया जा सकता है इसे सोचेंगे. प्रारंपरिक रामलीला में और बाकी जगह भी सुरक्षा के दृष्टि से इस तकनीक का इस्तेमाल कर सकते हैं.