मिर्जापुर: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर की रहने वाली बिरहा गायिका सरोज सरगम आखिरकार कानूनी फंदे में फंस ही गई. मशहूर होने के लिए हिंदू देवी-देवताओं को निशाना बनाते हुए वीडियो बनाकर यूट्यूब पर प्रसारित करने के बाद पुलिस प्रशासन सहित विभिन्न संगठनों के रडार पर आई सरोज सरगम का ईसाई मिशनरियों से भी जुड़ाव सामने आ गया है. मां दुर्गा के साथ अन्य देवी देवताओं पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने के मामले में बिरहा गायिका सरोज सरगम के साथ ही उसके पति राममिलन बिंद सहित कुल 06 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जिसे मीडिया के सम्मुख प्रस्तुत करने के बाद छुपते छुपाते संबंधित न्यायालय में पेश किया गया है, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
बिरहा गायिका सरोज सरगम आदिवासी समाज की रहने वाली है, अपनी शादी बिंद जाति में प्रयागराज जिले के रहने वाले राम मिलन बिंद से की है. सरोज सरगम अपने मायका सिहवान गढ़वा, मड़िहान में रहती है. 19 सितंबर को मां दुर्गा और अन्य देवी देवताओं पर आपत्तिजनक और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए गाने को अपने यूट्यूब पर अपलोड किया था, जिसको लेकर आक्रोश लोगों में था. सरोज सरगम के यूट्यूब चैनल का नाम ‘Saroj Sargam Mirzapur’ है. 64 हजार सब्सक्राइबर हैं, 40 वीडियो अपलोड किए गये हैं. ज्यादातर वीडियो में देवी देवताओं पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अपलोड है. सरोज सरगम की गिरफ्तारी के बाद फिलहाल यूट्यूब से सारे वीडियो हटा दिये गए हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने बताया कि देवी देवताओं पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने के मामले में सरोज सरगम को गिरफ्तार किया गया है. इस गाने का पूरा निर्देशन उसके पति राम मिलन बिंद करते थे, उसको भी गिरफ्तार किया गया है. दोनों को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जाएगा. अवैध रूप से 15 बीघा जमीन वन विभाग की कब्जा की थी उसे भी टीम के द्वारा मुक्त कर लिया गया है. वहीं पूरे मामले की जांच की जा रही है. हिन्दू देवी-देवताओं के सम्बन्ध में अपने यूट्यूब चैनल पर अभद्र टिप्पणी, गाना गाने वाली सरोज सरगम द्वारा अपने यूट्यूब चैनल में अपलोड कर व्यापक रूप से वायरल किया गया था.
मुकदमा दर्ज होने के बाद पुनः आपत्तिजनक टिप्पणी कर देती रही चुनौती
हिन्दू धर्मावलम्बियों की आस्था को चोट पहुंचाते हुए शारदीय नवरात्रि के अवसर पर सामाजिक एवं धार्मिक विद्वेश फैलाने का कुत्सित प्रयास किया गया. मामला पुलिस के संज्ञान में आने पर तत्काल थाना मड़िहान पुलिस द्वारा अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ करते हुए सरोज सरगम के साथ इस अशोभनीय आपराधिक कृत्य में 08 अन्य की संलिप्त पाये गये, जिनका नाम विवेचना से प्रकाश में लाया गया. साथ ही वायरल पोस्ट को 21 सितंबर 2025 को रिमूव कराया गया. वायरल पोस्ट रिमूव कराते ही सरोज सरगम द्वारा एक और आपत्तिजनक वीडियो स्वयं रिकार्ड किया गया, जिसमें मां दुर्गा जी के सम्बन्ध में आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए हिन्दुओं को सामूहिक रूप से अत्यन्त आपत्तिजनक व असंसदीय गालिया देते हुए वीडियो को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म में वायरल किया गया.
इस वायरल वीडियो से जनमानस में आकोश एवं विद्वेश की भावना समाज में उत्पन्न हुई. वायरल वीडियो के सम्बन्ध में थाना कोतवाली शहर मीरजापुर में अभियोग पंजीकृत किया गया और प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली शहर द्वारा आरोपी सरोज सरगम के साथ सह आरोपी उसके पति राममिलन बिन्द को 23/24 सितंबर 2025 को गिरफ्तार कर लिया गया.
पूछताछ में हुआ एक बड़े षडयंत्र का पर्दाफाश
सरोज सरगम के पति राममिलन बिन्द ने पूछताछ पर बताया कि वह अपनी पत्नी जो बिरहा गायिका है, उसके साथ मिलकर बिरहा मण्डली का संचालन करता है. पूछताछ से यह भी पता चला कि सरोज सरगम पहले से बिरहा गाना गाती थी एवं पिछले ढाई से तीन साल से पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्प संख्यक) के लिए गाना गा रही है. हिन्दुओं की आराध्य मां दुर्गा के सम्बन्ध में यूट्यूब पर अपलोड किये गये आपत्तिजनक वीडियो के सम्बन्ध में उसके द्वारा बताया गया कि वह यह काम राजवीर सिंह यादव के कहने पर पैसे देने पर की है. राजवीर सिंह यादव ने ही उसे यह बताया कि उसकी किताब बहुजन नायक महिषासुर का केश वह हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट से जीत चुका है, डरने की कोई बात नहीं है, तुम पर कोई आंच नहीं आयेगी.
उपरोक्त लोगों द्वारा यूट्यूब चैनल बनाना, कन्टेन्ट तैयार करना और उसका वीडियो अपलोड करने जैसे अन्य समस्त कार्य प्रयागराज में ही किया करते थे, क्योंकि बिरहा गायिका सरोज सरगम का पति प्रयागराज के हण्डिया का मूल निवासी है. इनकी पूरी मण्डली वीडियो बनाने में सहयोग करती थी. उक्त प्रकरण में 2 मुकदमें पंजीकृत किये गये हैं. सरोज सरगम उसके पति सहित मण्डली में शामिल अन्य 4 लोगों को भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है.
सामने आया इसाई मिशनरी कनेक्शन
विवेचना के प्रारम्भ में ही जिला साइबर सेल द्वारा आपत्तिजनक कन्टेन्ट को यूट्यूब संस्था से समन्वय स्थापित कर हटवाया गया था. तत्पश्चात भी विद्वेष फैलाने हेतु सरोज द्वारा बार-बार सोशल प्लेटफार्म पर आपत्तिजनक कन्टेन्ट वाला वीडियो अपलोड कर दिया जा रहा था. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि 10 माह पहले दोनों सरोज सरगम और राम मिलन बिन्द इसाई धर्म में धर्म परिवर्तित हुए हैं. इनके कब्जे से कई डिजिटल डिवाइस एवं साक्ष्य प्राप्त हुए हैं, जिनका साइबर सेल एवं विवेचना टीम द्वारा सघन विश्लेषण किया जा रहा है.
उल्लेखनीय है कि सरोज सरगम एवं उसके पति राममिलन बिन्द द्वारा मड़िहान के ग्राम गढ़वा में वन विभाग की 15 बीघा जमीन में कब्जा करके उसमें काफी लम्बे समय से खेती करायी जा रही थी, जिसको राजस्व, वन विभाग तथा पुलिस टीम द्वारा 23 सितंबर 2025 को कब्जामुक्त कराया गया. इस सम्बन्ध में वन विभाग की भूमि पर अवैध कब्जा करने के सम्बन्ध में विधिक कार्यवाही प्रचलित है. राममिलन बिन्द के पास से अत्यन्त आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद हुआ है. उसके सम्बन्ध में विवेचना की जा रही है.