मिर्ज़ापुर: विख्यात देवी धाम विंध्याचल मंदिर में सोमवार को बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां एक दर्शनार्थी का गनर शस्त्र लेकर मंदिर के गर्भगृह तक पहुंचा हुआ दिखाई दिया है, फिर क्या है इसे लेकर हंगामा खड़ा हो गया. एक ओर जहां सुरक्षा की दृष्टि से गर्भगृह में मां के चरण स्पर्श पर रोग लगा हुआ है वहीं गर्भगृह में शस्त्र लेकर जाना सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करने वाला है.
तीर्थ पुरोहित को तीन महीने मंदिर से दूर रहने की सजा सुनाई
सोमवार को महाकुंभ मेला निरीक्षण के दौरान विंध्यवासिनी मंदिर पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने एक तीर्थ पुरोहित को तीन महीने मंदिर से दूर रहने की सजा सुनाई. मंदिर पर व्यवस्था का जायजा लेने पहुंची जिलाधिकारी ने देखा कि एक श्रद्धालु अपने सुरक्षाकर्मी के साथ दर्शन करने गर्भगृह में पहुंचा था. दर्शन के समय सुरक्षाकर्मी ने शस्त्र भी ले रखा था. डीएम ने इस सुरक्षा चूक मामले में उक्त दर्शनार्थी को दर्शन कराने हेतु साथ में गए तीर्थ पुरोहित को जिम्मेदार मानते हुए मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी को निर्देश दिया कि इस तीर्थ पुरोहित को तीन महीने के लिए मंदिर आने जाने पर पाबंदी लगाए.
निर्देश के पश्चात पुलिस अधिकारी ने तीर्थ पुरोहित का नाम, मोबाइल नंबर तथा फोटो खींचकर अग्रिम कार्रवाई के लिए प्रेषित कर दिया। कार्रवाई होते ही मामले की जानकारी आग की तरह पंडा समाज के लोगों तक पहुंच गई. तीर्थ पुरोहितों ने इस सजा पर आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि मंदिर पर शस्त्र लेकर जाना प्रतिबंधित है इसका अनुपालन मंदिर पर सुरक्षा में तैनात पुलिस बल का है. इसलिए दोषी तीर्थ पुरोहित नहीं बल्कि पुलिस, प्रशासन भी है. डीएम ने पंडा समाज के अध्यक्ष से भी फोन पर बात की और कहा कि उक्त पुरोहित पर कार्रवाई कर मुझे जानकारी उपलब्ध कराएं.
माँ विंध्यवासिनी धाम पहुंचे
एडीजी पीयूष मोर्डिया
महाकुंभ 2025 मेला प्रयागराज में आने वाले दर्शनार्थियों के भारी भीड़ को लेकर विन्ध्याचल मंदिर में भी भारी भीड़ हो रही है. दर्शन करने वालो को किसी प्रकार की कोई दिक्कत ना हो इसके लिए प्रशासन लगातार व्यवस्था में लगा हुआ है. सोमवार को एडीजी के साथ आईजी, डीएम, एसएसपी, एडीएम सहित अन्य आलाधिकारियों ने मंदिर सहित विंध्याचल के गंगा घाट आने जाने वाले रास्ते, मंदिर का निरीक्षण किया है.