Mirzapur: पुलिस ने जिसे बताया था मुठभेड़ में घायल होना, परिजनों ने आरोप लगाते हुए कह दी यह बड़ी बात

मिर्ज़ापुर :  हलिया थाना क्षेत्र अंतर्गत एक जंगल में पुलिस मुठभेड़ में घायल पिंटू पाल के मामले में परिजनों ने बड़ा आरोप लगाते हुए हलिया थाना पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को दर्जनों की संख्या में महिलाओं एवं पुरुषों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पत्रक भी सौंपा है, हालांकि इस दौरान उनकी पुलिस अधीक्षक से मुलाकात नहीं हो पाई है.

Advertisement

पुलिस की गोली से घायल हुए सोनगढ़ा गांव निवासी पिंटू पाल के भाई नागेंद्र पाल ने हलिया थाना पुलिस द्वारा परिजनों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. कहां है कि उनके भाई की हालत जहां खराब बनी हुई है, वहीं पुलिस द्वारा अब इलाज के लिए ₹25000 की डिमांड की जा रही है. पुलिस की गोली से घायल पिंटू पाल के पैर की हड्डी फैक्चर होने से प्लेट लगाई जाने की बात कही गई है इसके ऐवज में परिजनों से ₹25000 की मांग की जा रही है.

पिंटू पाल के परिवार के लोगों ने आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए कहा है कि क्योंकि पिंटू पाल को पुलिस ने जंगल में ले जाकर गोली मारा है और मुठभेड़ दिखाया है जबकि हकीकत यह है कि पिंटू पाल को वह लोग स्वयं 17 मार्च को सुबह 9:00 बजे हलिया थाना ले जाकर पुलिस को सौंप दिए थे, जिन्हें 12:00 बजे दोपहर में पता चलता है कि पिंटू पाल को पुलिस ने जंगल में ले जाकर मुठभेड़ दिखाते हुए पैर में गोली मार दी है.

गौरतलब हो कि पिछले दिनों हलिया थाना क्षेत्र के एक जंगल में एक किशोरी के साथ जोर जबरदस्ती करने का वीडियो वायरल हुआ था. जिसका पुलिस ने संज्ञान लेते हुए तोड़ित कार्रवाई प्रारंभ कर दिया था. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर इसमें चार लोगों के शामिल होने की पुष्टि की गई थी. बाद में मुख्य आरोपी पिंटू पाल को पुलिस मुठभेड़ में दौरान पैर में गोली लगने से घायल होना बताया गया था.

परिजनों का कहना है कि जब हम लोगों ने पिंटू को पुलिस के हवाले कर दिया था तो उसे गोली क्यों मारी गई? परिजनों ने अब उसके इलाज के नाम पर आर्थिक शोषण किए जाने का बड़ा आरोप लगाया है. विदित हो कि पुलिस मुठभेड़ में घायल पिंटू पाल का पुलिस हिरासत में मंडलीय अस्पताल में उपचार चल रहा है. जबकि तीन अन्य जेल भेजे जा चुके हैं.

Advertisements