Mirzapur: कावंड़िया बनकर चोरी करने वाले तीन शातिर चोरो का पर्दाफाश, गैंग बनाकर कांवड़ यात्रा में शामिल होकर शिवभक्तों का करते थे सामान चोरी

 

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मिर्ज़ापुर : कांवड़ यात्रा में नकली कांवड़िया बनकर चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने 03 चोरो को गिरफ्तार किया है.पकड़े गए चोर गैंग बनाकर कांवड़ यात्रा में शामिल होकर शिवभक्तों का सामान चोरी करते थे.पकड़े गए चोरों के पास से 8 एंड्रॉयड फोन,1 लॉकेट, नगदी सहित 1 ऑटो बरामद किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों को मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा है.

 

बताते चलें कि मड़िहान कोतवाली पर बीते 27 जुलाई 2025 को वादी मोहित कुमार पुत्र सदाफल सोनकर निवासी रामपुर ढवही खोड़िया थाना अहरौरा द्वारा तहरीर देकर बताया गया था कि वह अपने साथियों के साथ कावड़ यात्रा में गंगाजल लेकर शिवद्वार मंदिर घोरवाल जा रहे थे, कलवारी बाजार में काफी थके होने के कारण गहरी नीद में सोये थे.

 

इसी दौरान अज्ञात चोरों द्वारा उनका मोबाइल फोन चोरी किये जाने के सम्बन्ध में तहरीर दी गयी। उक्त सम्बन्ध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना मड़िहान पर मुअसं-237/2025 धारा 303(2) बीएनएस पंजीकृत कर विवेचना की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी थी। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा द्वारा उक्त चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए घटना के सफल अवारण तथा चोरो की गिरफ्तारी एवं चोरी के सामानों की बरामदगी करने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक ऑपरेशन व क्षेत्राधिकारी आपरेशन के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक थाना मड़िहान को निर्देश दिये गये.

 

मामले में इलेक्ट्रानिक, भौतिक साक्ष्य संकलित करते हुए सोमवार को त्वरित कार्यवाही करते हुए थाना मड़िहान पुलिस टीम द्वारा मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर थाना मड़िहान क्षेत्रांतर्गत कलवारी बाजार के पास से तीन अरोपियों में क्रमशः सरफराज पुत्र लाल मोहम्मद निवासी औरही थाना घोरवल जनपद सोनभद्र, सुभाष पुत्र रामनाथ निवासी जुड़िया थाना घोरावल जनपद सोनभद्र व राजेश कुमार पुत्र वीरेन्द्र कुमार निवासी पटवध धरिकार बस्ती थाना चोपन जनपद सोनभद्र को गिरफ्तार किया गया.

 

गिरफ्तार अरोपियों के पास से 8 अदद एन्ड्राइड मोबाइल फोन, 1 अदद लाकेट (पीली धातू), 3200 रूपये नगद, हैण्ड लेडी पर्स तथा घटना में प्रयुक्त किया गया आटो वाहन संख्या यूपी 64 सीटी 1809 बरामद किया गया।

इस प्रकार देते थे अंजाम

गिरफ्तार अरोपियों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि हम लोगों द्वारा नकली कावड़िया बनकर कावड़ यात्रा में शामिल हो जाते थे तथा कावड़ियों से जान पहचान कर उनके यात्रा करते थे.रात्रि में कावड़ियों के सोते समय मौका देखकर उनके मोबाइल फोन, पैसे व आभूषण आदि चोरी कर लिया जाता था। चोरी के सामानों को बेचकर प्राप्त धनराशि को आपस में बांट लेते थे.

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