मिर्ज़ापुर: बिजली-पानी की समस्या से जूझते आए ग्रामीणों ने सुनाई दास्तां, मांगी मदद

 

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Uttar Pradesh: मिर्ज़ापुर जिले के हलिया क्षेत्र के बेलाही गांव के मजदूर बिजली-पानी की समस्या झेल रहे हैं. आलम यह है कि इस भीषण गर्मी में उनका बुरा हाल हो उठा है. बिजली पानी सहित तमाम बुनियादी समस्याओं को लेकर तथा समस्या से निजात पाने के लिए गांव में मनरेगा मजदूरों की हुई के दौरान मनरेगा मजदूरों ने श्रमिक नेता के समक्ष अपनी पीड़ा सुनाते हुए बिफर पड़े थे.

बैठक के दौरान माकू यूनियन से मदद मांगते हुए अपनी बदहाल स्थिति का वर्णन किया. बताते चलें कि यह मामला तब उठा जब ग्राम प्रधान की मांग पर मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन (माकू) की तरफ से मनरेगा मजदूरों के साथ सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं के बारे में चर्चा की जा रही थी. उक्त बैठक, गांव के बाहर स्थित बंधी के पास संपन्न हुई जिसमें ग्राम प्रधान पति कमलेश गोंड, यूनियन समर्थक राघवेंद सिंह सहित दर्जनों मनरेगा मजदूर उपस्थित रहे। मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन नेता ने बंधी पर काम कर रहे मनरेगा मजदूरों से मुलाकात कर सरकार द्वारा श्रमिकहित में संचालित योजना के बारे में जानकारी दी. मज़दूर नेता मंगल तिवारी ने मजदूरों के लिए यूपीबीओसी डब्ल्यू द्वारा निर्माण श्रमिकों के लिए संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई.

श्रमिक योजनाओं के बारे में दी जानकारी

उपस्थित मनरेगा मजदूरों को योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि जिन मजदूर भाई- बहनों का श्रम पंजीयन हुआ है वे अपना बकाया अंशदान जमा कर लेबर कार्ड सक्रिय रखें। योजना आवेदन से पूर्व आधार सत्यापन करा लेवे। आवेदन में फैमिली आईडी अनिवार्य है. राशन कार्ड को फेमिली आईडी माना गया है.
समय रहते इसे सही करा लें.

मज़दूर नेता बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार निर्माण श्रमिकों (मजदूरों) के बच्चो के जन्म से लेकर शिक्षा तथा कन्या विवाह इत्यादि पर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आर्थिक लाभ देकर सशक्त बनाने का काम कर रही है. योजना लाभ प्राप्त करने के लिए अपने मोबाइल या सीएससी ग्राहक सेवा केंद्र से उप्र भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के बेवसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. सरकार पंजीकृत मजदूरों को श्रम विभाग के माध्यम से शिशु हितलाभ एवं मातृत्व योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, निर्माण कामगार मृत्यु एवं दिव्यांगता सहायता योजना, संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना तथा अटल आवासीय विद्यालय योजना आदि का लाभ दे रही है. कहा यदि कोई समस्या हो तो श्रम कार्यालय अथवा माकू यूनियन कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं. बैठक में अधिकतर मजदूरों ने बिजली पर बोलते हुए कहा कि बेलाही को छोड़कर ग्राम सभा के दूड़िया, जमतिहवा, भितिहईया, बघमदवा में बिजली नही है, पानी की समस्या है कई बार शिकायत की गई समस्या दूर नही हुई, यदि हो सके तो यूनियन हमारी बात जिला प्रशासन सहित उत्तर प्रदेश सरकार, भारत सरकार तक हमारी बात पहुंचाए. इस दौरान ज्ञानवती पत्नी लक्ष्मण सिंह, सुनीता (मेठ) पत्नी लालबहादुर, रेखा पत्नी पल्लू, पार्वती पत्नी शम्भु, जग बहादुर, रामशकल, हीरालाल, ठाकुर प्रसाद, सत्यनारायण, शम्भु, सूर्य प्रताप, सत्यनारायण, अजय, छोटेलाल आदि रहे.

जिले के अंतिम छोर पर एमपी से लगने वाले गांव विकास से है महरूम

मिर्जापुर जिले के हलिया विकासखंड का बेलाही गांव जिला मुख्यालय से तकरीबन 90 किलोमीटर दूर है। यह गांव पूरी तरह से जंगलों पहाड़ों से घिरा होने के साथ ही मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश का सरहरी गांव है मध्य प्रदेश के सिंगरौली जनपद सीमा से लगने वाला बेलाही गांव विकास से महरूम होने के साथ-साथ भ्रष्टाचार की कहानी भी कह रहा है। कहने को महिला ग्राम प्रधान यहां है, लेकिन प्रधानी का सुख कोई और भोगता हुआ आया है, इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने गड़बड़ झाले की कहानी सुनाते हुए ग्राम प्रधान की व्यथा को भी बताया तथा बिचौलियों के सांठ गांठ के किस्से भी सुनाएं हैं जिसकी यदि गहराई से जांच हुई तो एक बड़ा घोटाला न केवल सामने होगा बल्कि कई की गर्दन भी फंसती हुई नजर आएगी.

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