मिर्ज़ापुर: फर्जी रजिस्ट्री और जमीनों के हेराफेरी के मामले के किस्से अक्सर मड़िहान तहसील क्षेत्र में ही सुनने को आते थे लेकिन अब लालगंज तहसील क्षेत्र का भी नाम इसमें जुड़ गया है.
इन दिनों लालगंज तहसील में जमीन की हेराफेरी, फर्जी रजिस्ट्री कराने वाले लोगों की सक्रियता बढ़ गई है। एक ऐसा ही मामला लालगंज तहसील क्षेत्र के हलिया थाना क्षेत्र स्थित रामपुर नौडीहा (मतवार) का सामने आया है, जहां के रहने वाले भगवन्त पुत्र विश्राम 80 वर्ष ने 06 लोगों के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है.
बताया है कि, वह किसान मजदूर व्यक्ति है। किसी तरह अपना जीवकोपार्जन चला रहा है जिसकी चल-अचल सम्पत्ति पर भू-माफिया आंख लगाकर खड़े है, वह मौजा रामपुर नौडीहा भूमिधर सहखातेदार है और अपना कब्जा दखल कास्त करके आबाद है। 31 दिसंबर 2024 विपक्षीगण ने धोखाधड़ी, फर्जी व कूटरचित दस्तावेज तैयार करके दुरुप्रयोग कराते हुए किसी अज्ञात व्यक्ति को भगवन्त के स्थान पर अज्ञात व्यक्ति को खड़ा कर विपक्षीगण के साजिश से बैनामा करा लिया गया है। जो बही संख्या 1. जिल्द संख्या 2671, पृष्ठ संख्या 135 से 146 तक कमांक 6000 31 दिसंबर 2024 को होने के बाद खारिज दाखिल करा लिया। जब विपक्षीय उक्त आराजी को कब्जा करने गये तो उसको मालूम हुआ तब उसने पूछा कि भाई ये सब क्या हो रहा है, विपक्षीयों ने कहा कि यह जमीन हमारा है. हमारे नाम हो गया है। तब प्रार्थी ने तहसील लालगंज, और वकील के माध्यम से जॉचोपरान्त पता चला कि विपक्षीग फर्जी बैनामा करा लिये है। बैनामा का नकल लेने पर पता चला कि सब रजिस्ट्रार व टाईपकर्ता व वकील के जरिये साजिश रचा गया है। मूल बैनामा में न तो विक्रेता का आधार कार्ड नंबर है और ना ही मसविदाकर्ता का साइन है, जो टाइपकर्ता व स्टाम्प वेण्डर टाईप करके तैयार किया और टाईपकर्ता दूसरे का नाम फर्जी डाल देता है, लेकिन साईन नहीं है। टाईपकर्ता का नाम दया पाल है, जो पूरे जिला में यह नाम टाईपिस्ट नहीं है और बैनामा में गवाह मनीष है उसके पिता जी से पूछा गया तो बताया कि हमारा लड़का मिठाई के दुकान पर रहता है और वकील साहब लोगो को पानी चाय पिलाता है और उस दिन 500 रूपए देकर हमारे लडके को गवाही में लिया गया और सब लोग बोले कि जाओ बेटा कुछ भी नहीं होगा.
यह घटना सब रजिस्ट्रार और टाईपकर्ता व मसविदाकर्ता और विपक्षीगण के मिली-जुली भगत से अच्छे भारी रकम लेकर किया गया है, यह गम्भीर अपराध हुआ है, पीड़ित काफी परेशान और हैरान है, कई बार चौकी, थाना गया लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुआ। न ही दबाव पड रहा है, कुछ रूपया लेकर दादा खाओ और जीवन बित्ता दो जो हुआ है हो गया अब कुछ भी नहीं होगा, इसलिए प्रार्थी व प्रार्थी की बेटी का रो-रो कर बुरा हाल हुआ है. प्रार्थी आत्महत्या करने को भी तैयार है, पीड़ित ने विपक्षीगण के खिलाफ पुनः जांचोपरान्त कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की है.