मिर्ज़ापुर: बहुत कम उम्र में ही योगासन के जरिए भारत सहित कई देशों में अपने योग क्रियाओं के माध्यम से स्वामी बाबा रामदेव जी के सानिध्य में रहकर योग का जलवा बिखेर रहे युवा योगी ज्वाला ने उत्तर प्रदेश की राजधानी में योग की विशेषता बताते हुए इसके महत्व को बताया है.
राजधानी लखनऊ के शिव बिहार इंदिरा नगर के प्राचीन योग शिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय योगासन जज योग गुरु योगी ज्वाला ने शिक्षक और शिक्षिकाओं को खड़े होकर करने वाले आसन, बैठकर करने वाले योग आसनों के साथ-साथ प्राणायाम का अभ्यास करते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. उन्होंने कहा नियमित रूप से आसन, प्राणायाम करने वाले साधक एक दिन समाधि की अवस्था अर्थात अपने वास्तविक स्वरूप को जानकर उसमें निमग्न रहना सीख जाते हैं. योग गुरु योगी ज्वाला ने शिक्षण संस्थान में विभिन्न स्थानों से योग शिक्षको जो कि योग विद्या अर्जित कर रहे है, उन साधकों को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में योग को आत्मसात करने वाले व्यक्ति के जीवन के वास्तविकताओं से परिचित हो पाता है, क्योंकि योग मनुष्य के जीवन में अद्भुत परिवर्तन लाता है. जिससे मानव स्वीकार के पूर्ण रूप से स्वस्थ निरोग और सप्रसन्न रह सकता है.
इस अवसर पर संस्था के संस्थापक विकास सिंह राजपूत ने कहा कि योग व्यक्ति को शारीरिक मानसिक व आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाता है, साथ ही इसके नित अभ्यास से मनुष्य जीवन के हर प्रकार के दुखों से निवृत्त हो जाता हैं, इसलिए आज हर मानव को योग अवश्य करना चाहिए. इस अवसर पर संस्थापक विकास सिंह राजपूत के साथ-साथ उनकी पूरी टीम ने योग गुरु का स्वागत कर आभार व्यक्त किया. इस मौके पर अंशिका विश्वकर्मा, अमन शुक्ला, आलोक सिंह, नितिन वर्मा, आशीष, रक्षा सिंह, शालिनी सिंह, साक्षी त्रिपाठी आदि शिक्षक एवं शिक्षिकागण उपस्थित रहें.