मिर्ज़ापुर : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित हो रहे चार दिवसीय 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस में जलवा उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले के बाल वैज्ञानिक जलवा बिखेरेगें.
भोपाल रवाना होने को लेकर बाल वैज्ञानिकों में खासा उत्साह देखा गया है. दरअसल, राष्ट्रीय विज्ञान एवं संचार प्रौद्योगिकी परिषद भारत सरकार द्वारा प्रत्येक वर्ष आयोजित राष्ट्रव्यापी गतिविधि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के 31वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन भोपाल में 3 जनवरी 2025 से 6 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है.
इस राष्ट्रीय आयोजन में राज्यस्तर से राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित जनपद मिर्ज़ापुर के दो बाल वैज्ञानिक अपने लघुशोध प्रस्तुत करेंगे. जानकारी देते हुए राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्यवयक सुशील कुमार पाण्डेय ने बताया कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में वैज्ञानिक शोध की प्रवृति बढ़ाने, वैज्ञानिक सोच विकसित करने, वैज्ञानिक विधि से कार्य करने की क्षमता विकसित करती है.
प्रतियोगिता में 10 वर्ष से 17 वर्ष के बच्चे अपने स्थानीय समस्या को जो उनकी संबंधित विषय से जुड़ी हुई होगी को चिन्हित कर, समस्या के समाधान के लिए लघुशोध प्रस्तुत करते हैं. इस गतिविधि में प्रत्येक दो वर्षो के लिए एक मुख्य विषय निर्धारित किया जाता है जिस पर बच्चे अपने प्रोजेक्ट बनाते है.
यह कार्यक्रम विद्यालय स्तर से शुरु होकर, नोडल स्तर, जिला स्तर, प्रदेश स्तर, राष्ट्रीय स्तर तक के लिए आयोजित किया जाता है. इस वर्ष की राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन कुछ तकनीकी कारणों से आयोजित नहीं किया गया. पिछले वर्ष का राष्ट्रीय आयोजन इस वर्ष भोपाल में आयोजित हो रहा है.
जिसमें अंशिका दुबे कम्पोजिट विद्यालय देवरी आमघाट का प्रोजेक्ट जूनियर वर्ग में चयनित किया गया था. अंशिका ने अपना लघु शोध पत्र अपनी गाइड टीचर निधि सिंह के मार्ग निर्देशन में तैयार किया है. उन्होंने अपने स्थानीय स्तर पर किडनी में होने वाली पथरी की समस्या का कारण उससे बचने के उपाय पर कार्य किया है.
जबकि अनिकेत पटेल विद्या संस्कार पब्लिक स्कूल अदलहाट ने अपना लघु शोध पत्र अपनी गाइड टीचर निशा सिंह के निर्देशन में सब्जियों एवं फलो को धोने एवं साफ करने की सरल मशीन पर कार्य किया है.
जनपद से अंशिका दुबे एवं अनिकेत पटेल एस्कॉर्ट टीचर आलोक सिंह एवं आर्यन प्रसाद के साथ सहरसा एक्सप्रेस से 1 जनवरी 2025 को भोपाल के लिए प्रस्थान करेंगे, जहां पर अपने लघु शोध पत्र भोपाल में होने वाली राष्ट्रीय स्तरीय कार्यक्रम में 3 से 6 दिसंबर तक प्रस्तुत करेंगे.