नवरात्रि की शुरुआत के साथ देशभर में रामलीलाओं का दौर भी शुरू हो चुका है. मंच सजा हुआ है और कलाकार मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन चरित्र को मंच पर साकार कर रहे हैं. रामजन्मभूमि तीर्थ के तौर पर प्रसिद्ध उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भी नवरात्रि की धूम है और यहां की मशहूर रामलीला का भी सोमवार को उद्घाटन हो गया. अयोध्या की इस रामलीला में खास बात ये है कि इसकी प्रसिद्धि फिल्मी रामलीला के तौर पर है. इसमें बड़े-बड़े फिल्म स्टार और अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गज भाग लेते हैं और अलग-अलग चरित्रों का किरदार निभाते हैं.
रामकथा पार्क में सोमवार को अयोध्या की भव्य ‘फिल्मी रामलीला’ का भव्य उद्घाटन हुआ. 120 फुट ऊंचे भव्य मंच पर अत्याधुनिक 3डी टेक्निक के साथ प्रस्तुत यह रामलीला नारद मुनि के मोहित होने की नाटकीय कथा से शुरू हुई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. पहले दिन इस लीला में नारद मोह का मंचन किया गया. उत्तर प्रदेश सरकार के एक बयान के अनुसार, यह रामलीला 2 अक्टूबर तक चलेगी.
रामलीला के इस सिनेमाई अंदाज की शुरुआत पहली बार 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान हुई थी. तबसे हर साल यह रामलीला अपनी भव्यता और नए आकर्षक प्रयोगों के लिए चर्चित रही है. इसका आकर्षण बढ़ाने में प्रमुख फिल्मी हस्तियों की भागीदारी भी रही है, जो इसमें मुख्य किरदारों के तौर पर नजर आते हैं.
इस बार की रामलीला में अभिनेता बिंदू दारा सिंह भगवान शिव का किरदार निभा रहे हैं. सांसद मनोज तिवारी बाली की भूमिका में नजर आएंगे. बीआर चोपड़ा की महाभारत में दुर्योधन रहे पुनीत इस्सर परशुराम के तौर पर दिखेंगे और सांसद रवि किशन केवट का किरदार निभाएंगे. इस वर्ष मिस यूनिवर्स इंडिया मणिका विश्वकर्मा देवी सीता की भूमिका में नजर आने वाली हैं. वहीं, अभिनेता राहुल भुचर भगवान राम का किरदार निभा रहे हैं. दिग्गज एक्टर विजय सक्सेना रावण बनेंगे.
कार्यक्रम के महत्व पर बोलते हुए मलिक ने कहा कि रामलीला केवल धार्मिक उत्सव ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और मूल्यों को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का शक्तिशाली माध्यम भी है. साथ ही, यह अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने का कार्य भी कर रहा है. “हर शाम हजारों पर्यटक रामकथा पार्क में जुटते हैं, जबकि यह आयोजन कई प्लेटफॉर्म्स पर लाइव प्रसारित होता है. पिछले वर्ष अकेले 47 करोड़ लोगों ने इसे टेलीविजन और ऑनलाइन देखा था. इस वर्ष का प्रसारण रोजाना शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक होगा.
इस बार का रावण दहन भी बनेगा आकर्षण का केंद्र
अयोध्या की इस रामलीला में रावण दहन भी आकर्षण का केंद्र होगा. इसमें 240 फुट ऊंचा रावण का पुतला जलाया जाएगा. वहीं 190 फुट ऊंचे मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का भी दहन होगा. संस्थापक अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि चार राज्यों से आए 60 कारीगरों की टीम ने इन विशाल पुतलों को तैयार किया है, जिसमें पारंपरिक कला को आधुनिक तकनीक के साथ बुना गया है.