दमोह : रीठी क्षेत्र में लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों के लिए अब बुरे दिन शुरू हो गए हैं.लगातार मिल रही शिकायतों और उप स्वास्थ्य केंद्रों में सामने आ रही लापरवाही की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अब बीएमओ (ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर) मेघेंद्र श्रीवास्तव ने खुद कमान संभाल ली है.उन्होंने क्षेत्र के कई उप स्वास्थ्य केंद्रों में औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी है.
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुधारना, अनुपस्थित कर्मचारियों की पहचान करना, और आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता की समीक्षा करना है। बीएमओ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब किसी भी स्तर की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.जो भी कर्मचारी ड्यूटी से गायब या अपनी जिम्मेदारी से भागते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
निरीक्षण के दौरान कई स्वास्थ्य केंद्रों में व्यवस्थाएं अस्त-व्यस्त मिलीं। कुछ जगहों पर जरूरी दवाओं की कमी, तो कहीं स्टाफ की अनुपस्थिति जैसी गंभीर खामियां देखने को मिलीं.बीएमओ ने मौके पर ही संबंधित कर्मचारियों को सुधार के निर्देश दिए और चेतावनी दी कि अगली बार ऐसी लापरवाही दोहराने पर कार्रवाई तय है.
खंड चिकित्सा अधिकारी मेघेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि उनका लक्ष्य है कि हर नागरिक को समय पर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं मिलें। उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो कर्मचारी अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह रहेंगे, उन्हें अब नौकरी बचाना मुश्किल होगा.
बीएमओ के इस सख्त रवैये और सक्रियता से आमजन में उम्मीद जगी है कि अब क्षेत्रीय स्वास्थ्य केंद्रों की बदहाल स्थिति में सुधार आएगा.लोग आशा कर रहे हैं कि आने वाले समय में उन्हें इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा और स्थानीय स्तर पर ही बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी.