जांजगीर-चांपा जिले में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन फंड (DMF) के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। विधायक ब्यास कश्यप ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की है।
जिले में डीएमएफ फंड के तहत हर साल करोड़ों रुपए विकास कार्यों के लिए आते हैं। विधायक का आरोप है कि इस राशि के खर्च की जानकारी जनप्रतिनिधियों को भी नहीं दी जाती। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार में अधिकारियों ने इस फंड में गड़बड़ी कीं। अब वर्तमान बीजेपी सरकार में भी कलेक्टरों पर यह आरोप लग रहे हैं।
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— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
अनियमितताओं की जांच की मांग
विधायक ने विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया था। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उन्होंने मुख्यमंत्री से 2024-25 और 2025-26 के कार्यों की जांच की मांग की है। कलेक्टर जन्मेजय महोबे को भी पत्र लिखा गया है। इसमें खोखरा में 3 करोड़ के खेल मैदान, सड़कों और भवनों की मरम्मत में हुई अनियमितताओं की जांच की मांग की गई है।
पूर्व कलेक्टरों पर भी आरोप
विधायक कश्यप ने कहा कि पूर्व में कांग्रेस सरकार में भी DMF घोटाले की बात उठाई थी। उनका कहना है कि अब उनकी सरकार में भी इस फंड में पारदर्शिता नहीं है। पूर्व कलेक्टरों पर डीएमएफ फंड को पॉकेट मनी की तरह इस्तेमाल करने का आरोप है।