निष्कासन के बाद पहली बार अमेठी पहुंचे विधायक राकेश प्रताप, बोले- सनातन का अपमान नहीं सहन करूंगा

उत्तर प्रदेश: राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के चलते समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक राकेश प्रताप सिंह सोमवार को पहली बार अमेठी पहुंचे, जहां उनका जगह-जगह भव्य स्वागत हुआ। भाले सुल्तान पार्क में आयोजित जनसभा में उन्होंने समर्थकों को संबोधित करते हुए अपनी स्पष्ट विचारधारा और आगामी राजनीतिक रुख को लेकर बड़ा बयान दिया।

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राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि अब मैं विचारधारा की राजनीति करूंगा। सनातन धर्म का अपमान न पहले सहा था, न अब सहूंगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर उन्होंने रामचरितमानस जलाने पर चुप्पी साध ली होती या तालियां बजाई होती, तो शायद पार्टी में बने रहते। “लेकिन न मुझे विधायक पद प्यारा है, न कुर्सी… अगर धर्म पर आंच आएगी तो सबसे पहले मेरी आवाज उठेगी, उन्होंने जोर देकर कहा।

जनसभा में सपा नेतृत्व पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने अखिलेश यादव पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि पार्टी में केवल ‘यादव कार्ड’ खेला जा रहा है, बाकी समाज को दरकिनार किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि गौरीगंज की जनता ने उन्हें तीन बार विधायक बनाकर सम्मान दिया और अब भी उन्हें जनता का भरोसा है। वे आगे राजनीति करें या नहीं, लेकिन हिंदू धर्म, संस्कृति और क्षेत्रीय स्वाभिमान की रक्षा उनकी प्राथमिकता रहेगी।

सभा में भारी भीड़, नारेबाजी और फूलों की वर्षा के बीच राकेश प्रताप सिंह का समर्थन करने वालों का उत्साह साफ झलक रहा था। उनके इस रुख को राजनीति में एक नई वैचारिक धारा की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

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