Vayam Bharat

मनरेगा मजदूर कर रहे थे खुदाई, अचानक प्रकट हुआ मटका, अंदर जो निकला उसे देख फटी रह गई सबकी आंखें

नई दिल्‍ली. केरल के कन्नूर जिले में रबड़ के बागान में में बारिश के पानी को इक्‍ट्ठा करने के लिए गड्ढे खोद रहे मनरेगा मजदूरों के हाथ ‘बड़ा खजाना’ लगा. जमीन को कुछ ही फीट खोदने पर मजदूरों को पता चला कि जमीन के नीचे कुछ गड़ा हुआ है. मिट्टी हटाने पर भी स्‍पष्‍ट नजर नहीं आया कि क्‍या है. इससे मजदूर एक बार डर गए, क्‍योंकि उन्‍हें लगा कि यह बम है. लेकिन, कुछ देर बाद हिम्‍मत करके जब उन्‍होंने उसे बाहर निकालकर देखा तो वो मिट्टी का मटका था. जब उन्‍होंने उसे तोड़ा तो उसमें से सोने-चांदी के आभूषण और चांदी के सिक्‍के निकले. दूसरे दिन जब फिर से उस स्‍थान की खुदाई की गई तो फिर सोने-चांदी के सिक्‍के मिले.

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पुरातत्व विभाग इस बात की जांच करने की योजना बना रहा है कि इस क्षेत्र में और भी खजाना है या नहीं. वे खोजी गई वस्तुओं की प्रामाणिकता की भी पुष्टि करने में लगे हैं. एक अधिकारी ने कहा, “जिस स्थान से प्राचीन वस्तुएं बरामद हुई हैं, उसका कोई ऐतिहासिक महत्व नहीं है. इसलिए ये वस्तुएं किसी निजी संग्रह का हिस्सा हो सकती हैं. हालांकि, हम जांच के बाद ही सही निष्कर्ष निकाल पाएंगे.”

जल संरक्षण को हो रही थी खुदाई

रबड़ के बागान में वर्षा जल सरंक्षण के लिए शुक्रवार को मनरेगा मजदूरों को एक समूह खुदाई कर रहा था. तभी जमीन के नीचे एक मिट्टी का बर्तन उन्‍हें मिला. पहले तो श्रमिकों ने बर्तन को बम समझ लिया. लेकिन, बाद में जब हिम्‍मत कर इसकी जांच की तो पता चला कि यह मिट्टी का बर्तन है.

ये मिला खजाना

जब इसे फोड़ा गया तो इसमें से 17 मोती की माला, 13 सोने के पदक, चार पारंपरिक आभूषण ‘कशुमाला’ पदक, एक जोड़ी बालियां और चांदी के सिक्के मिले. एक श्रमिक अशिता ने बताया कि सोने और चांदी की वस्तुओं को देखकर, हम हैरान और भ्रमित हो गए कि क्या करें. फिर हमने पंचायत अध्यक्ष को सूचित किया.” पंचायत अधिकारियों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. तलिपरम्बा पुलिस ने सामान को कब्जे में लेकर तलिपरम्बा प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया.

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