टेलीकॉम कंपनियां मोबाइल सर्विस के अलग-अलग प्लान्स का टैरिफ बढ़ाने जा रही हैं. एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल मोबाइल सर्विस के टैरिफ में 15-17% की बढ़ोतरी की जा सकती है. वहीं, जियो और एयरटेल अपने प्रीमियम यूजर्स को दे रहीं अनलिमिटेड डेटा बंद कर सकती हैं.
टैरिफ में बढ़ोतरी का फैसला जून-जुलाई तक कंपनियां कर सकती हैं. कुछ अन्य एक्सपर्ट्स का मानना है कि मोबाइल फोन सर्विस 20% तक महंगी हो जाएंगी. वहीं, 4G के मुकाबले 5G सर्विस के लिए 5-10% तक ज्यादा चार्ज भी वसूला जा सकता है.
मार्केट शेयर के हिसाब से देश की दूसरी बड़ी टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल तीन साल में ‘रेवेन्यू पर यूजर’ (RPU) यानी प्रति यूजर औसत कमाई 208 रुपए से बढ़ाकर 286 रुपए तक ले जाना चाहती है. इसके लिए टैरिफ में करीब 55 रुपए की बढ़ोतरी कंपनी कर सकती है. वहीं जियो अपने टैरिफ में इस साल औसतन 15% की बढ़ोतरी कर सकती है.
बैंक ऑफ अमेरिका के मुताबिक, भारतीय टेलीकॉम कंपनियों ने 5G स्पेक्ट्रम पर बड़ा अमाउंट खर्च किया है. इसके अनुपात में ROCE (रिटर्न ऑफ कैपिटल एम्पलॉयड) यानी खर्च के अनुपात में कमाई, काफी कम है. अनलिमिटेड प्लान की वजह से भी कंपनियों की आय अब तक कम रही है.
मोबाइल टैरिफ में पिछली बढ़ोतरी नवंबर, 2021 में की गई थी. उस समय वोडाफोन आइडिया ने करीब 20%, भारती एयरटेल और जियो ने 25% टैरिफ बढ़ाया था.