दिल्ली पुलिस ने मोबाइल चोरी करने वाले एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह गैंग दिल्ली से स्मार्टफोन चोरी कर उन्हें नेपाल और बांग्लादेश में धड़ल्ले से बेच रहा था। पुलिस ने इस कार्रवाई में कई आरोपियों को गिरफ्तार किया और बड़ी संख्या में चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और संगठित तरीके से चोरी किए गए मोबाइल फोन को सीमावर्ती देशों में भेजकर भारी मुनाफा कमा रहा था। मोबाइल चोरी की घटनाओं में अचानक वृद्धि के बाद पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की थी। टीम ने तकनीकी सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से गैंग तक पहुंच बनाई।
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि दिल्ली के विभिन्न बाजारों और भीड़भाड़ वाले इलाकों से मोबाइल चोरी कर उन्हें छोटे स्तर के डीलरों तक पहुंचाया जाता था। इसके बाद ये फोन नेपाल और बांग्लादेश भेजे जाते थे, जहां उन्हें आधी कीमत पर आसानी से खरीदार मिल जाते थे। चोरी के मोबाइल की ट्रैकिंग से पुलिस ने पूरे नेटवर्क का खुलासा किया।
जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह के तार दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार से भी जुड़े थे। कई स्थानीय चोर इस गैंग के लिए काम कर रहे थे और हर महीने सैकड़ों मोबाइल नेपाल-बांग्लादेश भेजे जा रहे थे। पुलिस ने अब तक बरामद किए गए मोबाइल फोन की कीमत करोड़ों रुपए आंकी है।
अधिकारियों ने बताया कि यह गैंग चोरी के मोबाइल का IMEI नंबर बदलकर उन्हें बाजार में बेचता था, जिससे उनकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो जाता था। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों और सीमापार नेटवर्क की भी जांच कर रही है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई दिल्ली में मोबाइल चोरी की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए बड़ी सफलता है। अंतरराष्ट्रीय गैंग के पकड़े जाने से मोबाइल चोरी के मामलों में कमी आने की उम्मीद है। यह खुलासा न केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में सक्रिय ऐसे गिरोहों पर निगरानी की जरूरत को भी दर्शाता है।