वाराणसी: बनारस रेलवे स्टेशन के मंडुवाडीह यार्ड पर एक ट्रेन में अचानक भीषण आग लगने की सूचना मिलने से हड़कंप मच गया घटना की जानकारी डीआरएम को मिलते ही उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस प्रशासन एवं एनडीआरएफ को दी। रेलवे कर्मचारियों और बचाव दल की त्वरित कार्रवाई से बोगी को काटकर यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया.
पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव को साढ़े 11 बजे सूचना मिली कि हमारी पैसेंजर ट्रेन गिर गई है, जिसमें कुछ लोग चोटिल हो गए, बोगी में आग लग गई है। इसको हम लोग आपदा मानते हुए जिला प्रशासन, पुलिस, सीएमओ एवं विशेष तौर पर एनडीआरफ को सूचना दी गई। इस दौरान फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस की मांग की है। जिसमें सभी लोग तुरंत रिएक्ट करते हुए पहुंच गए। रेलवे की आपदा प्रबंधन की टीम होती है जो दूसरे साइड से पहुंच कर कार्य करती है। लोग अपने समय पर पहुंचकर बचाव कार्य करने लगें. लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया घायलो को एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया. वही कुछ लोगो को वही मौके पर त्वरित उपचार दिया गया। पूरा घटना स्थल के पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया घटना स्थल परचारो तरफ बैकरेकेटिंग कर दी गई.
डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि एनडीआरफ टीम ट्रेन के ऊपर से जगह बनाकर बचाव कार्य में जुट गई। जिसको गंभीर चोट आई है उसे एम्बुलेंस की मदद से हॉस्पिटल भेजा जा रहा है, जिसको हल्की चोट आई है उसको यही उपचार किया जा रहा है, जो दूसरे बोगी में उनको दूसरे रास्ते से बाहर निकाला जा रहा है। इस आपदा के वजह से ट्रेन रूट प्रभावित हुआ है. जिसकी यात्री सुविधा केंद्र से अलाउंस की जा रही है.
डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि यह एक मॉक ड्रिल थी. जिसकी समय समय पर बहुत आवश्यकता पड़ती है। एनडीआरफ के जवानों को ट्रेनिंग दी जाती है, रेलवे भी अपने कर्मचारियों जो मेडिकल विंग, कोच विंग है उनको ट्रेनिंग देते रहते है. उनको जो उपकरण दिए गए है उनको जांच करते रहते है। डीआरएम ने बताया कि असली परीक्षा तभी है जब हम समय पर काम कर सकें। इन सबके ट्रेनिंग के अलावा ड्रिल भी आवश्यक है.