दिल्ली में बजा मॉक ड्रिल का सायरन, हमले के खतरे को देखते हुए ITO पर किया गया इंस्टॉल

भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच शुक्रवार को दिल्ली के ITO स्थित पीडब्ल्यूडी भवन की छत पर एयर रेड सायरन की टेस्टिंग की गई. दोपहर 3 बजे सायरन परीक्षण शुरू किया, जो करीब 15–20 मिनट तक चला. सायरन परीक्षण का उद्देश्य राजधानी में किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयारी को परखना है.

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बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. उसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव तेजी से बढ़ा है, जिसमें हाल ही में ड्रोन और मिसाइल हमलों की घटनाएं भी शामिल हैं.

दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि राजधानी की सभी ऊंची इमारतों पर ऐसे सायरन लगाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि दिल्ली में सायरन लगाने का काम शुरू हो गया है. इसकी रेंज 8 किलोमीटर तक है. आज रात से 40-50 और सायरन ऊंची इमारतों पर लगाए जाएंगे. किसी भी आपात स्थिति में इन्हें एक सिंगल कमांड सेंटर से चलाया जा सकेगा.

बता दें कि गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है. सरकारी दफ्तरों, जल शोधन संयंत्रों, कोर्ट, विदेशी दूतावासों और ट्रैफिक वाले इलाकों जैसे रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, मॉल और बाजारों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों सहित अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है. दिल्ली पुलिस ने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और रात्रि गश्त बढ़ा दी गई है. पुलिस सूत्रों के अनुसार, सभी जोन के विशेष आयुक्त अपने डिप्टी कमिश्नर्स के साथ बैठकें कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं. दिल्ली पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.

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